व्यापारियों की गोद में बैठी मंडी समिति ने हम्माली के रेट बढ़ाने से पल्ला झाड़ा

वर्तमान अध्यक्ष और सचिव बैठक से गायब रहे, पूर्व अध्यक्ष हरभजनका ने कमान संभाली

उज्जैन, अग्निपथ। अनाज मंडी में हम्मालों को तीन साल से बढ़े हुए रेट नहीं मिले हैं। ह मालों ने मंडी समिति से हस्तक्षेप करके रेट बढ़ाने की मांग की थी। परन्तु भारसाधक अधिकारी मृणाल मीणा ने बैठक में साफ कर दिया कि मंडी समिति इस मामले में कुछ नहीं करेगी। व्यापारी और ह मालों के बीच का मामला है। इसलिए अब यह दोनों बैठकर तय करें।

इसके साथ ही लंबे समय से चला आ रहे विवाद के फिर से बढऩे की संभावना बढ़ गई है। इसी वजह से अनाज तिलहन संघ के अध्यक्ष गोविंद खंडेलवाल और सचिव इस बार बैठक में शामिल नहीं हुए। जबकि पूर्व अध्यक्ष मुकेश हरभजनका ने कमान संभाली।

सोमवार को आयोजित बैठक में भारसाधक अधिकारी मृणाल मीणा ने रेट के संबंध में मंडी सचिव उमेश शर्मा से पूछा कि मंडी समिति का क्या रोल रहता है। सचिव ने कहा कि मंडी समिति का कोई रोल नहीं रहता है। इस पर भारसाधक अधिकारी मीणा ने कहा कि जब मंडी का रोल नहीं रहता है तो व्यापारी और ह माल मिलकर रेट तक कर लें। हम इसका प्रकाशन करा देंगे। दोनों को रेट तक करने के लिए 10 दिन का समय दिया गया है।

साथ ही दौलतगंज, वेयरहाउस के हम्माली के रेट लेकर उनकी तुलना करके नए रेट का निर्धारण करने की सलाह दी गई। उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों अनाज मंडी में काम करने वाले हम्मालों और व्यापारियों के बीच समझौता हुआ था। इसमें तीन साल तक रेट नहीं बढ़ाने का फैसला हुआ था। मंडी सचिव उमेश बसेडिय़ा ने इसकी मध्यस्था की थी।

आज भी मंडी समिति के अधिकारियों के साथ ह माल संघ के ग फार भाई, सादिक भाई, कैलाश मीण और बाबू भाई के अलावा अनाज तिलहन संघ के मुकेश हरभजनका, अनिल जैन ताजपुर, मनीष जैन गावड़ी, शालभद्र जैन, हजारीलाल मालवीय, किर्तेश हरभजनका, मंडी समिति सचिव उमेश शर्मा, अश्विन पहाडिय़ा, तिवारी और दीपक श्रीवास्तव मौजूद थे।

व्यापारी बोले नयाकांटा लगा, नई दरें तय हो

अनाज तिलहन संघ के व्यापारियों ने मंडी अधिकारियों को पत्र देकर मांग की है कि मंडी में 10 टन का तौल कांटा लगा है। इसलिए अब नई दरें तय की जानी चाहिए। हम्माल जो काम नहीं करते हैं। उसका पैसा नहीं लिया जाना चाहिए।

भारसाधक अधिकारी ने दोनों पक्षों को 10 दिन का समय दिया है। उन्होंने कहा कि 10 टन का तौल कांटा लगने के बाद जिसका काम खत्म हो गया है। उसका पैसा व्यापारी नहीं दे और जिसका पैसा दिया जा रहा है। उसका पैसा बढ़ाकर दिया जाए। व्यापारी किसी से भी अपने माल की तौल करा सकता है। उसे लाइसेंस की जरूरत नहीं है। – उमेश शर्मा बसेडिया, कृषि उपज मंडी समिति उज्जैन

उज्जैन मंडी के हम्मालों और व्यापारियों के बीच रेट को लेकर भारसाधक अधिकारी के कार्यालय में बैठक का आयोजन किया गया था। इसमें भारसाधक अधिकारी ने दोनों ही पक्षों को 10 दिन में रेट तय करने का समय दिया है। साथ ही अन्य स्थानों के रेट लेकर नई दर तय करने के निर्देश दिए हैं। हम भी अन्य स्थानों की दरों के रेट लेकर देंगे। –  सादिक भाई, हम्माल तुलवाटी संघ, प्रदेश अध्यक्ष

Next Post

सरकार पर भारी शिक्षा माफिया: ड्रेस-स्टेशनरी की दुकानें फिक्स, पालकों पर बढ़ रहा है बोझ

Mon Jul 10 , 2023
प्रशासन को शिकायत का इंतजार, खुद नहीं करते हैं कार्रवाई धार (आशीष यादव), अग्निपथ। स्कूल खुलते ही पुस्तकों की दुकानों पर नौनिहालों की किताबें खरीदने के लिए अभिभावकों की भीड़ लग रही है। यह नजारा इन दिनों यहां की अमूमन हर बड़ी और ठेका प्राप्त दुकानों में आम है। हर […]