लाड़ली बहनाओं को फार्म भरने के बाद भी डीबीटी का नहीं मिल रहा लाभ
उज्जैन, अग्निपथ। एक ओर जहां प्रदेश के मुख्यमंत्री लाड़ली बहनाओं के पलक पावड़े बिछाकर उनको आर्थिक रूप से सशक्त बनाने का प्रयास कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर ऐसे बैंक भी हैं। जहां लाड़ली बहनाओं की नहीं सुनी जा रही और उनसे अभद्रता भी की जा रही है। ऐसा ही एक बैंक चक कमेड़ में स्थित है, जिसका नाम आरबीएल बैंक है।
लाड़ली बहनाओं के पास विभिन्न बैंकों के अलग अलग मैसेज शासन द्वारा प्रदाय किये जाने वाली राशि के आ रहे हैं। चक कमेड़ स्थित आरबीएल बैंक में भी नागदा, उन्हेल, महिदपुर सहित अन्य जगहों से लाड़ली बहनाएं मैसेज आने के बाद डीबीटी (डायरेक्टर बेनिफिट ट्रांसफर) करवाने के लिये फार्म भरने के लिये आ रही हैं। लेकिन इनको बैंक के अंदर प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। इनसे फार्म भरवा कर रख लिये जा रहे हैं। दूसरे दिन फिर से बैंक पहुंचने पर उनसे फिर से फार्म भरने को कहा जा रहा है। बैंक के मुख्य गेट पर ताला लगा दिया जाता है। बाहर खड़ा सुरक्षाकर्मी लाड़ली बहनाओं से अभद्रता भी कर रहा है।
पहले एकाउंट को डिएक्टिव कराओ
सबसे ज्यादा परेशानी उन लाड़ली बहनाओं को हैं, जिन्होंने पूर्व में लोन ले रखा था और पूरा पैसा भरने के बाद भी संबंधित बैंक द्वारा उनका एकाउंट डिएक्टिव नहीं हुआ है। डिएक्टिव करवाने के लिये संबंधित बैंक के चक्कर लगा लगाकर बहनाएं परेशान हो रही हैं। लेकिन उनका खाता डिएक्टिव नहीं हो रहा है। ऐसे में इन बहनाओं के खाते में पैसे ट्रांसफर नहीं हो पा रहे हैं।