मंदिरों तक पानी पहुंचने के कारण श्रद्धालुओं को रामघाट पर स्नान करने से रोका
उज्जैन, अग्निपथ। शहर और आसपास के इलाकों में मंगलवार दोपहर से हो रही बारिश से शिप्रा नदी का जलस्तर बढ़ गया है। सुबह नदी का पानी रामघाट पर पहुंच गया। इससे घाट पर स्थित कई मंदिरों में पानी घुसने लगा। छोटी रपट के ऊपर पानी बहने लगा। इसे देखते हुए प्रशासन ने बैरिकेड कर लोगों को नदी से दूर रहने की सलाह दी है।
उज्जैन, देवास और इंदौर जिले के कई इलाकों में 15 घंटे से तेज और कभी रुक-रुक कर बारिश हो रही है। शहर के कई निचले इलाकों में जलजमाव देखने को मिला। सुबह से ही शिप्रा नदी का जलस्तर बढ़ चुका है और शिप्रा नदी उफान पर है। शिप्रा नदी के रामघाट पर नदी का पानी पहुंच गया। हालत ये है कि कई मंदिरों तक पानी पहुंचने लगा है। किसी भी अनहोनी से निपटने के लिए होमगार्ड के सैनिक सहित मां शिप्रा तैराक दल के सदस्यों को भी लगा दिया है। छोटी रपट के ऊपर से शिप्रा नदी का पानी बह रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार को भी तेज बारिश होने के संकेत हैं।
उज्जैन तहसील में सर्वाधिक 85 , जिले में औसत 230.9 मिमी वर्षा दर्ज
पिछले चौबीस घंटे के दौरान जिले में औसत 47.7 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। पिछले चौबीस घंटे के दौरान उज्जैन तहसील में सर्वाधिक 95 मिमी वर्षा हुई है, जबकि सबसे कम वर्षा इस दौरान माकड़ोन तहसील में एक मिमी हुई है। इस तरह चौबीस घंटे के दौरान 12 जुलाई की प्रात: तक घट्टिया तहसील में 25.3, खाचरौद में 48, नागदा में 65, बडऩगर में 45, महिदपुर में 50, झारड़ा में 44 और तराना तहसील में 66 मिमी वर्षा रिकार्ड की गई है। जिले में अभी तक इस वर्ष औसत वर्षा 230.9 मिमी हो चुकी है, जबकि गत वर्ष इसी अवधि में जिले में औसत 238.9 मिमी वर्षा हुई थी।
कार्यालय भू-अभिलेख शाखा से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस वर्ष अभी तक जिले की उज्जैन तहसील में 162 मिमी, घट्टिया में 165.6, खाचरौद में 230, नागदा में 326, बडऩगर में 228, महिदपुर में 243, झारड़ा में 217, तराना में 346.6 और माकड़ोन तहसील में 160 मिमी वर्षा हो चुकी है। गत वर्ष इसी अवधि में उज्जैन तहसील में 320 मिमी, घट्टिया में 244, खाचरौद में 217, नागदा में 333, बडऩगर में 181, महिदपुर में 204, झारड़ा में 177, तराना में 320 और माकड़ोन तहसील में 154 मिमी वर्षा हुई थी।