धार, अग्निपथ। जिले के बाग में मंगलवार रात हुई मूसलाधार बारिश से नदी नाले उफान पर हैं। लोगों के घरों में घुटनों तक पानी भर गया है। कई क्षेत्र जलमग्न होने से जनजीवन प्रभावित है। घरों में पानी भरे होने की वजह से लोग छतों पर रहने को मजबूर हैं। घरों में इतना पानी भर गया है कि लोगों की गृहस्थी का सामान पानी में तैरता हुआ नजर आ रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि ऐसी बारिश करीब 20 वर्षों बाद देखने को मिली है।
पिछले 24 घंटों में जिले में झमाझम बारिश ने दस्तक दी, जिसके बाद जिले भर में नदी नाले बह निकले है। जिले की मुख्य नर्मदा, हथनी, बाघनी, माही, चंबल आदि नदियों में बहाव तेज हो गया है। कई छोटे रपटों से पानी उपरसे जा रहा है, धार जिले में इस प्रकार की तेज बारिश की आवश्यकता काफी दिनों से महसूस की जा रही थी। इस बारिश के बाद जिले में लोगों को गर्मी और उमस से भी राहत मिल गई। वहीं जिले में लगातार हो रही रिमझीम बारिश ने पहाडी क्षेत्र में हरितिमा भी बिखेर दी है। जिससे वातावरण खुशनुमा हो गया है। किसानों ने खेतों में बुवाई का काम लगभग पूरा कर लिया है।
पिछले चौबीस घंटों में हुई वर्षा के चलते पिछले साल से इस साल बारिश का आंकडा भी आगे निकल गया है। भूअभिलेख कार्यालय से प्राप्त जानकारी अनुसार वर्तमान मानसून सत्र में धार में 162 एम.एम., तिरला में 259 एम.एम., बाग में 294 एम.एम, गंधवानी में 278 एम.एम., कुक्षी में 279 एम.एम. तथा सरदारपुर में सर्वाधिक 346 एम.एम. बारिश दर्ज की गई है। जिले में इस साल आज दिनांक तक कुल 222 एम.एम. औसत बारिश अर्थात 11 इंच से उपर दर्ज की जा चुकी है। जबकि गत साल आज दिनांक तक कुल औसत बारिश 163 एम.एम.ही दर्ज की गई थी। जिले में मानसून सत्र के दौरान औसत बारिश 830 एम.एम.की आवश्यकता होती है। आने वाले दिनों में अभी आगे भी जिले में बारिश का क्रम जारी रहने का अनुमान मौसम वैज्ञानिकों ने जताया है।
भारी बारिश से उफान पर बाघनी नदी
कुछ ही घंटों में हुई साढ़े आठ इंच बारिश की वजह से बाघनी नदी उफान पर है। बाढ़ का पानी नदी के पुल को छूकर जा रहा है। बड़ी संख्या में लोग इस नजारे को देखने के लिए पहुंच रहे हैं। वहीं, गंदी नाला में आए उफान के चलते घंटों तक नगर के हिस्से का यातायात प्रभावित रहा, तेज बारिश के चलते रात से ही विद्युत सप्लाई बंद है, जिससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है। क्षेत्रवासियों के अनुसार ऐसी बारिश उन्होंने पहली बार देखी है।
हालांकि लबालब बारिश से किसानों के चेहरे खिल उठे हैं। बाग क्षेत्र के प्रसिध्द बडक़ेश्वर महादेव मंदिर के पुल पर बाढ़ का पानी आने से मंदिर का रास्ता भी बंद हो गया है। प्रशासन की टीम क्षेत्र में सावधानी बरते हुए हैं और किसी भी प्रकार की घटना ना घटे उसको लेकर टीम मुस्तैदी से काम कर रही है। मौसम विभाग के मुताबिक रात भर में करीब साढ़े आठ इंच बारिश हुई है।