सावन के तीसरे सोमवार पर हजारों ने दर्शन, चलित दर्शन का मिला लाभ
उज्जैन, अग्निपथ। सावन महीने के तीसरे सोमवार 24 जुलाई को उज्जैन के श्री महाकालेश्वर मंदिर में दर्शनार्थियों का तांता लगा हुआ है। भस्म आरती के लिए रात 12 बजे से भक्त मंदिर पहुंच चुके थे। तडक़े 2.30 बजे महाकाल मंदिर के पट खोलने के पश्चात भगवान को भस्म चढ़ाई गई।
पंचामृत, अभिषेक पूजन कर भांग, चंदन से राजा स्वरूप दिव्य श्रृंगार किया गया। इसके बाद आरती की गई। भस्म आरती में बड़ी संख्या में बिना परमिशन वाले भक्तों ने चलित भस्म आरती व्यवस्था से दर्शन किए। दोपहर तक करीब 1 लाख से अधिक दर्शनार्थी दर्शन लाभ ले चुके थे। शाम तक करीब ढाई से तीन लाख लोगों के मंदिर पहुंचने की उम्मीद है।
भस्मारती में किया विशेष श्रृंगार
पुजारी ने गर्भगृह में स्थापित सभी भगवान की प्रतिमाओं का जलाभिषेक कर दूध, दही, घी, शक्कर, शहद से बने पंचामृत से बाबा का पूजन किया। हरि ओम जल चढ़ाकर कपूर आरती के बाद भांग, चंदन, अबीर के साथ महाकाल ने मस्तक पर ऊँ चंद्र और त्रिपुंड अर्पित कर राजा स्वरूप में श्रृंगार किया गया। श्रृंगार पूरा होने के बाद ज्योतिर्लिंग को कपड़े से ढांककर भस्मी रमाई गई।
आखिरी में भगवान की विशेष भस्म आरती की गई। भस्मारती में भी दर्शन के लिए दूर-दूर से आये भक्तों की भारी भीड़ थी। नंदी हाल, गणेश मण्डपम, कार्तिकेय मण्डपम खचाखच भरे थे। चलित कतार से भी भस्मारती के दौरान भक्तों के दर्शन लगातार चलते रहे।