5 दिन पहले निगम उपयंत्री ने दर्ज कराया था प्रकरण
उज्जैन, अग्निपथ। सरकारी जमीन पर प्लाट खरीदने वाले मंगलवार को थाने पहुंचे और कहा कि साहब धोखाधड़ी हुई है। शिकायत दर्ज करो। पुलिस ने मामले में नगर निगम की ओर से पहले ही कालोनाइजर के खिलाफ प्रकरण दर्ज होने की बात कहीं।
नगर निगम कालोनी सेल उपयंत्री सौम्या चतुर्वेदी ने 14 जनवरी को चिमनगंज थाने पहुंचकर शराब गोदाम के समीप बिना अनुमति और लायसेंस के शासकीय जमीन पर प्लाट काटकर सुंदरनगर बसाने के मामले में कालोनाइजर रमेश मालवीय के खिलाफ प्रकरण दर्ज कराया था।
कालोनाइजर पर प्रकरण दर्ज होने की खबर मिलने के बाद मंगलवार दोपहर शासकीय जमीन पर प्लाट खरीदने वाले 30 से 40 महिला-पुरुष थाने पहुंचे और कहा कि साहब हमारे साथ धोखाधड़ी हुई है। हमे नहीं पता था कि सुंदरनगर शासकीय जमीन पर बना रहा है। हमारा पैसा भी गया और जमीन भी। हमारी भी शिकायत दर्ज करो।
एसआई रविन्द्र कटारे ने पहले प्लाट खरीदने के दौरान जाहिर सूचना प्रकाशित कराने की की जानकारी मांगी। लोगों का कहना था कि गरीब है, हमें नहीं पता क्या करना होता है। उन्होने तो कालोनाइजर को पैसे दिये और लिखा-पढ़ी की है। एसआई ने उन्हे पहले से नगर निगम द्वारा केस दर्ज कराने की बात कहकर उनकी शिकायत दर्ज करने से इंकार किया और प्रकरण में उनके बयान दर्ज कर जांच में लेने की बात कहीं। उसके बाद थाने पहुंचे सभी लोग लौट गये। उनका कहना था कि उनकी मेहनत की कमाई डूब गई है।
जमकर चल रहा है जमीन का खेल
शहर में जगह-जगह कालोनी काटकर प्लाट बेचे जा रहे है। कालोनी काटने वाले पीएम आवास योजना में सब्सिडी का हवाला भी दे रहे हैं। प्लाट बेचकर प्रायवेट फायनेंस करने वाले से खरीददारों के दस्तावेज भी तैयार कर रहे है। जिसकी फीस भी वसूली जा रही है। सब काम सेटिंग से किया जा रहा है। कई प्लाट-मकान खरीदने वालों को
सब्सिडी नहीं मिल पा रही है। बाद में पता चल रहा है कि जमीन शासकीय है। निगम कालोनी सेल द्वारा बिना अनुमति कालोनी काटने का प्रकरण कालोनाईजरों पर दर्ज कराया है। इस सब के बीच लोगों को नुकसान हो रहा है।