देवास, अग्निपथ। तीर्थ यात्रा पर गए एक व्यक्ति के साथ 44, 590 रुपए की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। पीडि़त कैलाश पिता जयलाल मीणा निवासी सुलगांव ने शनिवार को देवास जिले के हरणगांव थाने पर आवेदन दिया। इसमें बताया कि वह 26 जुलाई को तीर्थ यात्रा पर उज्जैन होते हुए रामदेवरा, मथुरा व वृंदावन जाने वाला था।
27 जुलाई को उज्जैन पहुंचा और स्नान करने के दौरान उसका पर्स चोरी हो गया। पर्स में तीन एटीएम कार्ड के साथ ही 15 हजार रुपए नकदी थे। इसकी रिपोर्ट फरियादी ने महाकाल थाना उज्जैन में दर्ज कराई। अगले दिन फरियादी ने एटीएम कार्ड बंद करवाने के लिए इंटरनेट पर बैंकों के कस्टमर केयर नंबर तलाश किए।
जब फरियादी ने कस्टमर केयर पर फोन लगाया तो अज्ञात युवक ने बात की और कहा कि आपके बैंक खाते में जो पैसा है वह चोर एटीएम कार्ड से निकाल सकता है। इसलिए आप वह पैसे आपके ही अन्य खाते में ट्रांसफर करवा लीजिए। इसके लिए आपको मोबाइल में एक एप डाउनलोड करना होगा। फरियादी ने बताया कि उक्त युवक ने बातों में उलझाकर मेरे ही मोबाइल में एक एप डाउनलोड करवा दिया।
साथ ही मेरा फोन-पे भी ओपन करवाया और कहा कि आपके फोन-पे का पिन नंबर डालिए। तब आपके बैंक खाते से पैसा आपके ही अन्य खाते में चला जाएगा और एटीएम कार्ड भी बंद हो जाएंगे।
इस प्रकार उसने मुझसे 6 बार मेरे फोन-पे की पिन डलवाई और 6 बार में मेरे एचडीएफसी बैंक खाते से चार ट्रांजक्शन कर 36 हजार रुपए, बैंक ऑफ इंडिया से एक ट्रांजक्शन कर 5590 रुपए व स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के खाते से एक बार में 3000 रुपए कुल 44, 590 रुपए धोखाधड़ी कर निकाल लिए। थाना प्रभारी पवन यादव ने बताया कि साइबर क्राइम देवास में आवेदन फॉरवर्ड कर दिया है। आवेदन को जांच में लेकर कार्रवाई की जाएगी।