एक संस्था ने नि:शुल्क कार्ड जारी किये, दूसरी कार्ड बनाने की तैयारी में
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किसी को अधिकार नहीं दिया, कार्ड की उपयोगिता नहीं- मंदिर समिति
उज्जैन, अग्निपथ। श्री महाकालेश्वर मंदिर में नित्य दर्शन के लिए जाने वाले दर्शनार्थियों के बीच परिचय पत्र को लेकर भ्रम की स्थिति बन गई है। नियमित दर्शनार्थियों की अग्रणी संस्थाओं में से एक ने सदस्यों को नि:शुल्क परिचय पत्र जारी कर दिये तो मंदिर समिति ने इस कार्ड की उपयोगिता को खारिज कर दिया।
इस पर कार्ड जारी करने वाली समिति ने अपनी सफाई देते हुए एक पत्र मंदिर समिति को सौंपा है, जिसमें उन्होंने यह कार्ड व्यक्तिगत पहचान के लिए जारी करना बताया है। साथ ही दूसरी संस्था पर सदस्यों से दो सौ रुपए जमा करने की बात का उल्लेख भी किया है और उसकी रसीदें भी मंदिर समिति को दी है।
श्री महाकालेश्वर मंदिर समिति ने हाल ही में नियमित रूप से भगवान महाकाल के दर्शन के लिए आने वाले भक्तों को आईडी जारी कर उन्हें चार नंबर गेट से प्रवेश देने का निर्णय लिया था। इस कारण उज्जैन शहर के काफी लोग नियमित दर्शनार्थियों के रूप में मंदिर मेें दर्ज हो गये हैं। सूत्रों के मुताबिक वर्तमान में नियमित दर्शनार्थियों की संख्या करीब 6०00 से अधिक है और काफी संख्या में फार्म पेंडिंग भी हैं जिन्हें सावन-भादौ महीने के बाद आईडी नंबर जारी करने की प्रक्रिया शुरू होगी। मंदिर समिति ने प्रत्येक नियमित दर्शनार्थी को आईडी नंबर जारी है।
चार नंबर गेट पर स्कैनर मशीन पर अंगूठा लगाते ही आईडी नंबर फ्लैश होता है और संबंधित को दर्शन के लिए प्रवेश की अनुमति मिल जाती है।
पिछले दिनों श्री महाकालेश्वर मंदिर नित्य दर्शनार्थी भक्त परिवार द्वारा नियमित दर्शनार्थियों को कार्ड जारी किये गये। इस कार्ड के जारी होने से नियमित दर्शनार्थियों में खलबली बच गई। यह कार्ड मंदिर समिति के पास भी पहुंचे। तो मंदिर समिति ने इन कार्ड को मंदिर प्रांगण में अनुपयोगी बताते हुए इससे अपना पल्ला झाड़ लिया।
मंगलवार को श्री महाकालेश्वर मंदिर नित्य दर्शनार्थी भक्त परिवार के उपाध्यक्ष महेंद्र कटियार ने मंदिर समिति को एक तीन पेज का पत्र सौंपा है जिसमें उन्होंने कहा है कि यह कार्ड उन्होंने अपनी संस्था के सदस्यों को नि:शुल्क जारी किये हैं। यह संस्था के सदस्यों की व्यक्तिगत पहचान के लिए है।
इसका मंदिर समिति से कोई लेना देना नहीं है। साथ ही उन्होंने मंदिर की दूसरी समिति का जिक्र करते हुए कहा कि वे नियमित दर्शनार्थियों से दो-दो सौ रुपए ले रहे हैं। उन्होंने रसीद की कॉपी भी मंदिर समिति को उपलब्ध करवाई है। संस्था के अध्यक्ष रवि राय ने बताया कि हमारी संस्था ने नियमित दर्शनार्थियों को नि:शुल्क कार्ड उनकी व्यक्तिगत पहचान के लिए जारी किये हैं न कि मंदिर समिति की ओर से। मंदिर समिति का इससे कोई लेना-देना नहीं है।
सदस्यता शुल्क व कार्यक्रम के लिए ले रहे हैं रुपए-अजीत मंगलम
नियमित दर्शनार्थियों की एक अन्य संस्था श्री महाकाल नियमित भोग आरती दर्शन भक्त मंडल के अध्यक्ष अजीत मंगलम ने बताया कि उनकी संस्था द्वारा सदस्यों से सदस्यता शुल्क व कार्यक्रम के लिए दो सौ रुपए लिये जा रहे हैं। इसके पहले भी वे ऐसे कार्यक्रम कर चुके हैं। संस्था द्वारा सदस्यों को अपनी संस्था के अत्याधुनिक परिचय पत्र बनवाये जा रहे हैं। जिन्हें कार्यक्रम में वितरित किये जायेंगे।
कार्यक्रम में शहर के गणमान्य नागरिक, अधिकारी जनप्रतिनिधियों का सम्मान किया जायेगा व सभी सदस्यों व अतिथियों का भोजन रहेगा। इस कार्यक्रम के बाबत रुपए लिये जा रहे हैं।
मंदिर समिति ने कहा-हमने कोई कार्ड जारी नहीं किये
मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक संदीप कुमार सोनी ने बताया कि श्री महाकालेश्वर मंदिर में नित्य दर्शन हेतु मंदिर प्रबंध समिति ने किसी भी प्रकार के अनुमति पत्र जारी नही किए है, न ही किसी संस्था को इस हेतु अनुमति प्रदान की है । अत: सभी दर्शनार्थियों से निवेदन है कि कृपया इस प्रकार के किसी बहकावे में न आये। इस प्रकार का कोई भी पास नही बनवाये, इसकी कोई उपयोगिता नही है।