भाजपा को गंगा समझे जाने के सवाल पर विजयवर्गीय ने कहा
बडऩगर, (अजय राठौड़) अग्निपथ। जिस व्यक्ति ने कहीं पर भी रहकर गलत काम किया है तो जांच एजेंसी उसकी जांच कर रही है। जो वास्तव में दोषी हैं उसके खिलाफ कार्रवाई भी हो रही। भाजपा में जो आ रहा है, वह ठीक है। उसे मना नहीं करते है किंतु भाजपा में आने से पहले जो पाप किए हैं उसकी सजा तो उसे मिलेगी। चाहे फिर वो पार्टी छोडक़र ही क्यों न चला जाए।
यह बात भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने यहां पत्रकारों से रूबरू होते हुए अग्निपथ द्वारा पूछे गये अन्य दलों से नेताओं के भाजपा में आने पर भाजपा को गंगा समझे जाने के सवाल पर कही। इस बारे में आपने बंगाल में मुकुल दा के पार्टी छोडक़र जाने का उदाहरण भी दिया।
हिंसक राजनितिक का हिंसा से जवाब नही
बंगाल की भयावह स्थिति के बारे में पूछे सवाल पर विजयर्गीय ने कहा कि प्रजातंत्र में सत्ता परिवर्तन के लिए वोट लगता है लेकिन वहां दुर्भाग्य से वोट डालने नहीं दिया जाता है। हिंसक राजनीति का जवाब हिंसा से नहीं प्रजातांत्रिक तरीके से ही दिया जा सकता है। हमारा जनाधार बंगाल में बढ़ा है। जहां १० सीटें आई है। हम वहां भी विजय प्राप्त करेंगे। लोग साहस करके ममता जी के खिलाफ वोट डालने जायेंगे।
कांग्रेस में दम नहीं जो भाजपा को हरा सके
हम में ही कोई कमी होगी जो गयी बार यहां से हम हारे वर्ना कांग्रेस में इतना दम नहीं की भाजपा को हरा सके। भाजपा में कलेक्टिव रिडरशिप है। जहां सामूहिक रूप से निर्णय लिये जाते हैं। पिछली बार बडऩगर विधानसभा सीट में प्रत्याशी चयन में जो निर्णय हुआ उसमें मेरे सहित सभी शामिल थे। यह बात गत विधानसभा चुनाव में भाजपा की हार के सवाल पर कही।
चुनाव में चेहरा शिवराज का
मप्र के मुख्यमंत्री व राष्ट्रीय अध्यक्ष के दावेदार के सवाल पर कहा कि मैं न ही प्रदेश में मुख्यमंत्री का दावेदार हूं न ही राष्ट्रीय अध्यक्ष का दावेदार हूं। मैं भारतीय जनता पार्टी का कार्यकर्ता हूं। जो काम मुझे मिलता है, उसे जवाबदारी से पूर्ण करता हूं। आपने अन्य सवालों के जवाब में कहा कि चेहरा कमल का है और शिवराज जी मुख्यमंत्री हैं तो इस चुनाव में उनका चेहरा तो रहेगा। भाई भतीजावाद के सवाल पर कहा कि कुछ अपवादो को छोड़ दो। भाई भतीजावाद को प्रश्रय नहीं देंगे।