15 दिन में जांच कर कार्रवाई का मिला आश्वासन मिलने के बाद खत्म हुआ छ: घंटे तक चला धरना
जावरा, अग्निपथ। सेंट्रल बैंक अरनियापिठा मंडी सामने गुरुवार सुबह सैकड़ों की तादाद में करणी सेना परिवार धरने पर बैठ कर बैंक मैनेजर पर कार्रवाई कर हटाने की मांग कर दी। आरोप लगाया कि बैंक मैनेजर ने महेंद्र सिंह नाम के किसान को डेढ़ करोड़ का लोन देने के एवज में 15 लाख रुपए रिश्वत की मांग की।
बैंक के सामने छह घंटे चले धरना स्थल पर सेंट्रल बैंक जिला अधिकारी ने पहुंचे। उन्होंने लिखित में आश्वासन दिया कि 15 दिन के अंदर जांच कर उचित कार्यवाही करेंगे व संबंधित की जमीन से बंधक हटवाया जाएगा। तब जाकर धरना खत्म हुआ। बैंक मैनेजर अपूर्व दोषी ने कहा आरोप निराधार है।
किसान महेंद्र सिंह सोलंकी ने बताया कि जितेंद्र सिंह राठौड़ व बैंक वाले साहब मीणा जी एक दिन ढाबे पर आए और खाना खाया। मीणा जी ने बोला तुम्हारा होटल बहुत छोटा है। इसको थोड़ा बड़ा कर लो। हमने रुपये नहीं होने की बात कही तो मीणा ने कहा हम लोन दे देंगे। बाद में मीणा के कहने पर सारे दस्तावेज तैयार कर लिए फिर मैंने जितेंद्र को आगे की कार्रवाई के लिए फोन किया। इस पर करें जितेंद्र सिंह ढाबे पर आया बोला ढाई करोड़ का लोन आपको मिल जाएगा उसके लिए आपको पंद्रह लाख देने पड़ेंगे।
विश्वास न होने पर महेंद्र अपने साथ नारायण सिंह निवासी रिछा चांदा, नन्देश मीणा कोटा भारत पेट्रोल पंप के मालिक को लेकर बैंक गया। जहां पर बैंक मैनेजर और मीणा दोनों मिले। उनसे बात हुई बोले लोन तो हो जाएगा पर पंद्रह लाख रुपए आपको देने पड़ेंगे। जिसमें से पांच लाख एडवांस और 10 लाख रुपए लोन होने के बाद देना। इस पर महेंद्र ने जितेंद्र सिंह राठौड़ को नगद न होने पर किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) बनवा कर देने पर उसमें से पांच लाख देने को कहा। महेंद्र के मुताबिक जिसके लिए बैंक मैनेजर और जितेंद्र सिंह राठौड़ ने फटाफट सर्च करवा दी और मेरी जमीन पर 24 फरवरी 2023 को बंधक भी चढ़ा दिया।
फिर मैंने पिताजी को बोला में ढाई करोड़ का लोन ले रहा हूं पिताजी ने लोन लेने से मना कर दिया अपनों को इतना बड़ा कर्ज नहीं लेना मैंने भी जितेंद्र सिंह और बैंक वाले साहब मीणा जी और जैन साहब को मना कर दिया इसलिए उन्होंने ना तो मुझे कैसीसी पेमेंट किया ना ही मेरे जमीन का बंधन हटा रहे है बंधक हटाने के लिए मैं कई बार आवेदन दे चुका हूं मजबूरन आज धरने पर बैठ ना पड़ा है।