शहर में 15 हजार ई-रिक्शा: महाकाल क्षेत्र की छोटी गलियों में भी कर रहे प्रवेश, रजिस्ट्रेशन बंद तो कहां से आ गये इतने सारे ई-रिक्शा
उज्जैन, अग्निपथ। श्रावण और अधिक मास के चलते शिव की नगरी अवंतिका में बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं की सं या 4 से 5 गुना हो गई है। लिहाजा इन दिनों महाकाल मंदिर से लेकर भैरवगढ़ तक श्रद्धालु दर्शन के लिये जा रहे हैं। बाहर से आने वाले वाहनों और शहर में चल रहे बेहिसाब ईरिक्शा के कारण जाम की स्थिति पैदा हो रही है।
महाकालेश्वर मंदिर के साथ शहर के पुराने हिस्से में हर सडक़ पर जाम ही जाम है। वर्तमान में हालात यह है हरिफाटक से जंतर- मंतर, नृसिंह घाट मार्ग, शंकराचार्य चौराहा आगर रोड, अंकपात मार्ग, पिपलीनाका, मकोडिय़ा आम तक प्रायवेट वाहन और ईरिक्शा के चलते जाम की स्थिति पैदा हो रही है। सिर्फ महाकाल क्षेत्र की बात करें तो यहां यातायात व्यवस्था रोज ध्वस्त हो रही है।
महाकाल मंदिर व रामघाट जाने वाले मार्ग व गलियों में रोज दिनभर जाम लग रहे है। पुलिस के लिए भीड़ प्रबंधन और यातायात व्यवस्था ही बड़ी चुनौती रहेगी लेकिन इसके लिए प्लानिंग की कमी दिख रही है। सवारी निकाले जाने के दौरान ऐनवक्त पर वैरिकेडिंग से रास्ते बंद करने से जाम और अधिक बढ़ रहा है।
ई-रिक्शा में 84 महादेव 9 नारायण यात्रा
श्रावण और अधिक मास के चलते 84 महादेव और 9 नारायण की यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं की सं या भी बढ़ी है। महिलाएं ईरिक्शा में बैठकर इन जगहों की यात्रा कर रही हैं। एक भी ईरिक्शा शहर में खाली चलता दिखाई नहंी दे रहा है। ई-रिक्शा वालों की मानें तो शहर में 15 हजार के लगभग ईरिक्शा चल रहे हैं। आमदनी देखते हुए कई लोगों ने ईरिक्शा किस्तों पर उठा लिये हैं।
यह भी धड़ल्ले से शहर की सडक़ों को जाम कर रहे हैं। बची खुची कसर शहर के बाहर से आये ईरिक्शा पूरी कर रहे हैं। पूरे शहर में ईरिक्शा के कारण जाम की स्थिति बनी हुई है। थोड़ी सी जगह देखी नहीं कि ईरिक्शा वहां से प्रवेश कर जाते हैं।
श्रावण मास शुरू होने से पहले कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने आरटीओ संतोष मालवीय को ई-रिक्शा पर रेट लिस्ट और चुनिंदा ई-रिक्शा को महाकाल क्षेत्र में प्रवेश की अनुमति देने को कहा था। लेकिन ऐसा हो नहीं पाया और आज स्थिति यह है कि शहर के लोग जाम में फंसकर अपना समय खराब करने को मजबूर हो रहे हैं।
कहां गई नो व्हीकल जोन की प्लानिंग
श्रावण मास शुरू होने से पूर्व कलेक्टर द्वारा यातायात विभाग को महाकाल क्षेत्र को नो व्हीकल झोन बनाने को कहा गया था। लेकिन अभी तक इसकी प्लानिंग नहीं बन पाई है। महाकाल क्षेत्र की छोटी गलियों में ई-रिक्शा बेधडक़ प्रवेश कर रहे हैं। आरटीओ द्वारा यहां पर चुनिंदा वाहनों को अनुमति देने को ताकीद किया गया था। वह भी कागजों में सिमट कर रह गया। सोमवार को यह स्थिति रही कि कहारवाड़ी, चौबीस खंभा मार्ग, गुदरी से कार्तिकचौक रामघाट जाने वाले मार्ग पर जाम लगा था। यह जाम को गलियों में घुसने वाले ई रिक्शा व ऑटो-कार वालों के कारण और अधिक बढ़ाता गया। लोगों को पैदल तक निकालने में दिक्कत हो रही थी।
ईरिक्शा के बीच में रजिस्ट्रेशन बंद कर दिये गये थे। माननीय हाईकोर्ट के आदेश पर रजिस्टे्रशन शुरू कर दिये गये हैं।
-संतोष मालवीय, आरटीओ उज्जैन