शुजालपुर में 22 वर्षीय शिक्षिका ने सुसाइड नोट में लिखे नाम
शाजापुर, अग्निपथ। जिले के शुजालपुर के एक निजी स्कूल की 22 वर्षीय शिक्षिका ने जहर खाकर जान दे दी। सोमवार को इलाज के दौरान शिक्षिका की मौत हो गई। शिक्षिका ने बताया कि वह चार लोगों से परेशान होकर जान दे रही है। पुलिस ने सुसाइड नोट के आधार पर छानबीन शुरू कर दी है।
शुजालपुर मंडी स्थित अंबिका बाजार, सिंधी धर्मशाला के पास किराए के मकान में रहने वाले राजू ओझा की बेटी दीपाली एक निजी स्कूल में शिक्षिका थी। रविवार को जहरीला पदार्थ खाने के बाद बेटी को इलाज के लिए परिजनों ने निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। सोमवार को उसकी मौत हो गई। आत्महत्या का कदम उठाने से पहले लिखे सुसाइड नोट में युवती ने 4 युवकों को अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराया है।
सुसाइड नोट में जिन 4 लोगों के नाम लिखे हैं उनको मृतका के परिवार ने रुपए उधार दिए थे, लेकिन वे रुपए देने की जगह युवती के परिवार को डरा धमका रहे थे। इससे परेशान होकर आत्महत्या करने का कदम उठाने की बात लिखते हुए युवती ने दूसरे पत्र में यह भी लिखा है, कि एक युवक ने उसके परिवार को मदद करने का झांसा देकर कहा कि मेरे पापा उसे अपने नाम पर गाड़ी फाइनेंस कराकर दें। उसकी किस्त और डाउन पेमेंट वह देगा। अब वह युवक गाड़ी लेकर गायब हो गया है। गाड़ी की किस्त भी उनके परिवार को देना पड़ रही है।
परिवार में इकलौती बेटी थी
शुजालपुर मंडी थाना प्रभारी जितेंद्र वर्मा ने कहा कि सुसाइड नोट के आधार पर जो भी तथ्य सामने आएंगे परिजनों के बयान लेने के बाद उसके आधार पर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। सोमवार को शुजालपुर मंडी के श्मशान में दीपाली अंतिम संस्कार किया गया। मृतका अपने परिवार की इकलौती बेटी थी।