हीरामिल-विनोद मिल पहुंच मार्ग चौड़ा करने के लिये जेसीबी से एएनएम नर्सिंग कॉलेज में की तोडफ़ोड़
उज्जैन, अग्निपथ। हीरामिल बिनोद मिल में कॉलोनी कटने वाली है। इसको फायदा पहुंचाने के लिये नर्सिंग कॉलेज पहुंच मार्ग को 20 मीटर चौड़ा किया जा रहा है। आश्चर्य की बात तो यह है कि कृष्णा जिनिंग मिल की जमीन को छोडक़र एएनएम नर्सिंग कॉलेज और स्वास्थ्यकर्मियों के मकान को तोड़ा जाकर सडक़ बनाई जा रही है। मंगलवार की सुबह जेसीबी पहुंची और उसने यहां पर तोडफ़ोड़ शुरू कर दी।
संख्याराजे प्रसूतिगृह की बाउंड्रीवॉल को सडक़ चौड़ीकरण के नाम पर पहले ही तोड़ा जा चुका है। इसमें एएनएम नर्सिंग कॉलेज की बाउंड्रीवॉल भी तोड़ दी गई थी। इसक मलबा उठाया नहीं गया, लिहाजा बारिश के दिनों में चैंबर चोक होने के कारण पानी दो फीट तक स्वास्थ्य कर्मियों के घरों में भर गया था। अब आगे की कार्रवाई करते हुए सोमवार की रात को जेसीबी यहां पर पहुंची और स्वास्थ्यकर्मियों के मकान के अंदर निशान लगा दिये।
यह देखकर स्वास्थ्यकर्मियों ने जेसीबी का विरोध करते हुए खुद के द्वारा मकान तुड़वाने को कहा। तब कहीं जाकर जेसीबी वापस लौट गई। मंगलवार को सुबह जेसीबी यहां पर पुन: पहुंची और एएनएम नर्सिंग कॉलेज के प्रवेश द्वार के पास बने वॉच टॉवर को तोड़ दिया गया। जानकारी में आया है कि नर्सिंग कॉलेज के हॉस्टल को भी जमींदोज किया जा सकता है।
चार से पांच मकान 20 फीट तक तोड़ेंगे
बड़े ही आश्चर्य की बात है कि इस सडक़ को 20 मीटर चौड़ा करने के लिये कृष्णा जिनिंग मिल की जमीन लेने की जगह निवासरत स्वास्थ्यकर्मियों और नर्सिंग कॉलेज को टारगेट किया जा रहा है। यदि सडक़ के बीचों बीच 10-10 मीटर जगह ले ली जाती तो स्वास्थ्यकर्मियों के पांच मकान और एएनएम नर्सिंग कॉलेज का वॉच टावर और हॉस्टल बच जाता। लेकिन ऐसा न करते हुए एमपीआरडीसी ने स्वास्थ्यकर्मियों के मकान और नर्सिंग कॉलेज को ही तोडऩा उचित समझा।
चौराहा चौड़ीकरण और प्रतिमा स्थापित
इस चौराहे का चौड़ीकरण भी किया जायेगा। प्रवेश द्वार के पास का स्वास्थ्यकर्मी का मकान इसकी भेंट चढ़ रहा है। यहां पर एक प्रतिमा की भी स्थापना की जायेगी। सौंदर्यीकरण करने के लिये स्वास्थ्यकर्मी की बाउंड्रीवॉल को भी तोड़ा जायेगा। ज्ञात रहे कि हीरामिल बिनोद मिल का दूसरा पहुंच मार्ग भी इतना ही चौड़ा किया गया है। इसका निर्माण पहले ही हो चुका है। यहां पर भी स्वास्थ्य विभाग की जमीन को निशाना बनाया गया है।