समीप रहने वाले दंपत्ति हिरासत में, पूछताछ जारी
उज्जैन, अग्निपथ। लापता हुई मासूम दो दिन बाद मंगलवार को बडऩगर से बरामद हो गई। मासूम को मजदूरी करने वाले दम्पति अपने साथ ले गये थे। बालिका के लापता होने पर पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज किया था। दम्पति को हिरासत में लिया गया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है।
नजरअली मिल क पाउंड में निवासरत परिवार की पांच वर्षीय बालिका 6 अगस्त की शाम 5 बजे लापता हो गई थी। मजदूरी से लौटे परिजनों ने सभी जगह तलाश करने के बाद मामले की शिकायत कोतवाली थाने पहुंचकर की। पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज कर बालिका की तलाश में आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे देखना शुरू किये। वहीं आसपास रहने वालों से पूछताछ की।
इस दौरान सामने आया कि पड़ोस में रहने वाले दम्पति भी लापता है। जिनका पता लगाया गया तो सामने आया कि दोनों बडऩगर के रहने वाले है। शंका के आधार पर शुक्रवार तडक़े कोतवाली थाना प्रभारी नरेन्द्रसिंह परिहार, एसआई सुरेश कनेश, नेहा जादौन टीम के साथ बडऩगर पहुंचे। जहां से बालिका को बरामद कर लिया गया। वहीं बालिका को लेकर जाने वाले द पति को हिरासत में लिया गया है।
एएसपी गुरुप्रसाद पाराशर और जयंतसिंह राठौर ने संयुक्त रूप से बताया कि बालिका पूरी तरह से सुरक्षित है। उसे अगवा कर ले जाने वाले महिला-पुरूष से पूछताछ की जा रही है।
पूछताछ में दोनों का कहना था कि बालिका उनके घर के पास में रहती है। जिसका घर में आना जाना रहता था। वह अधिकांश समय हमारे साथ ही रहती थी। उसके परिजन मजदूरी करने चले जाते थे। बालिका को साथ में बडऩगर पैतृक गांव लेकर चले गये थे। एएसपी पाराशर का कहना था कि बालिका की चाईल्ड लाइन के माध्यम से काउंसिलिंग कराई गई है। मामला जांच में है, बालिका को परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है।
रतलाम की रहने वाली है मासूम बालिका
बालिका का परिवार भील समाज का होकर मूलरूप से रतलाम के माणकचौक थाना क्षेत्र का रहने वाला है। काफी समय पहले परिवार मजदूरी के लिये उज्जैन आ गया था और नजरअली मिल क पाउंड में डेरा डाल रखा है। बालिका को लेकर जाने वाला कैलाश और उसकी पत्नी भी भील समाज के है। बालिका के पिता का निधन हो चुका है, वह अपने मामा के साथ रहती है। थाना प्रभारी परिहार के अनुसार दम्पति को बुधवार दोपहर न्यायालय में पेश किया जाएगा।