नागदा, अग्निपथ। भारतीय सेना में हवलदार शेखावत अपनी डï्यूटी पर जाने की तैयारियां कर रहे थे कि सडक़ हादसे का शिकार हो गये। शनिवार को सरकारी अस्पताल में पीएम के बाद शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया। चंबल तट स्थित मुक्तिधाम में सेना के जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया।
अशोक कॉलोनी के समीप टापरी में रहने वाले हवलदार भेरुसिंह पिता शैतानसिंह शेखावत 19 अगस्त को ड्युटी पर जाने के लिए घर से रवाना होना था। इसके पहले ही 18 अगस्त की शाम को नागदा-उन्हेल रोड पर सडक़ हादसे में गंभीर घायल हो गए। उपचार के लिए उन्हें सरकारी अस्पताल और वहां से उज्जैन जिला अस्पताल भेजा गया। रास्ते में ही हवलदार भेरुसिंह की मौत हो गई। घटना में एक उनके मित्र सुरेश सवासिया भी गंभीर घायल हुए हैं। उनका उपचार उज्जैन के एक निजी अस्पताल में चल रहा है।
जम्मू कश्मीर में थे पदस्थ
आर्मी सेवा ग्रुप के भवानीसिंह ने बताया कि हवलदार भेरूसिंह 41 टीएफ विशाखापट्टनम बटालियन में सेवाएं दे रहे। भेरुसिंह की वर्तमान में जम्मु कश्मीर में पोस्टिंग थी। छुट्टी मनाने नागदा आए थे। 19 अगस्त को छुट्टी पूरी हो रही थी, रिजर्वेशन कराने उज्जैन जा रहे थे रास्ते में हादसा हो गया।
बेटी-पुत्र ने दी पिता को सलामी
बेटी खुशी और पुत्र मोहित ने पिता को सलामी दी, जबकि पत्नी मीनाक्षी शेखावत का रो रोकर बुरा हाल था, पिता शैतानसिंह बिलख बिलख कर रो रहे थे। महू छावनी से सेना के 10 जवान नागदा पहुंचे, सेना की गाड़ी में अंतिम यात्रा निकली, जो बिरलाग्राम के मुख्य मार्गो से होकर चंबल तट स्थित मुक्तिधाम पर पहुंचे, जहां शहीद हवलदार शेखावत को गार्ड आफ आर्नर दिया गया। शहीद के पिता भारत कार्मस उद्योग से सेवानिवृत्त श्रमिक है।
शहीद हवलदार शेखावत ने भारत कॉमर्स स्कूल में शिक्षा ग्रहण की। इस दौरान केबिनेट मंत्री सुल्तानसिंह शेखावत, विधायक दिलीपसिंह गुर्जर, सांसद प्रतिनिधि ओपी गेहलोत, नपा उपाध्यक्ष सुभाषचंद्र रावल, अजयसिंह शेखावत, तहसीलदार राधेश्याम पाटीदार, टीआई नलिन बुधौलिया, बिरलाग्राम प्रभारी टीआई योगिता उपाध्याय, पटवारी अनिल शर्मा, आरक्षक सुखदेव सोलंकी, मंगल कछावा आदि मौजूद रहे।