प्रशासन का दावा: पार्किंग से नि:शुल्क बसों से जूता-चप्पल स्टैंड तक लायेंगे, वहां से कारपेट पर चलायेंगे
उज्जैन, (हरिओम राय) अग्निपथ। भगवान श्री नागचंद्रेश्वर के दर्शन के लिए आने वाले दर्शनार्थियों को प्रशासन जूता-चप्पल स्टेंड से मंदिर तक कारपेट पर लायेगा, ताकि उन्हें तकलीफ न हो। प्रशासन ने महाकालेश्वर और नागचंद्रेश्वर भगवान के दर्शन के लिए अलग-अलग कतार की व्यवस्था की है। प्रशासन का दावा है कि करीब डेढ़ घंटे में दर्शन कराने की प्लानिंग की गई है।
शनिवार को कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम, एसपी सचिन शर्मा, निगम आयुक्त रोशन कुमार सिंह और मंदिर समिति प्रशासक संदीप सोनी ने मीडिया को नागपंचमी पर दर्शन व्यवस्था की जानकारी दी। कलेक्टर ने बताया कि इस बार नागपंचमी, सावन सोमवार और महाकालेश्वर की सवारी यह तीनों महत्वपूर्ण मौके एक ही दिन आये हैं। दर्शनार्थी भी लाखों की संख्या में आ रहे हैं।
यह मौका प्रशासन के लिए खुशियों से भरा है और चुनौतीपूर्ण भी है। इसके लिए व्यापक स्तर पर तैयारी की गई हैं। सुरक्षा व अन्य व्यवस्था में करीब दो हजार से अधिक कर्मचारी और सुरक्षा जवान लगे हैं। नागपंचमी व्यवस्था के साथ ही सवारी व्यवस्था पर भी विशेष जोर रहेगा।
नागचंद्रेश्वर के लिए कतार चारधाम ओर से
प्रशासक सोनी ने बताया कि भगवान नागचन्द्रेश्वर के दर्शन 20 अगस्त को रात 12 बजे से 21 अगस्त की रात 12 बजे तक। श्रद्धालु 21 अगस्त को रात 10 बजे तक कतार में लग सकेंगे। नागचन्द्रेश्वर भगवान के दर्शन हेतु निर्धारित मार्ग दर्शनार्थी भील समाज धर्मशाला से प्रवेश कर गंगा गार्डन के समीप से चारधाम मंदिर पार्किंग स्थल जिगजेग- हरसिद्धी चैराहा रूद्रसागर के समीप से बड़ा गणेश मंदिर द्वार नम्बर 4 अथवा 5 के रास्ते विश्रामधाम और एरोब्रिज से होकर भगवान श्री नागचन्द्रेश्वर जी के दर्शन करेंगे।
दर्शन उपरांत एरोब्रिज के द्वितीय ओर से रेम्प, मार्बल गलियारा, नवनिर्मित मार्ग से, प्रीपेड बूथ चैराहा पहुंचेंगे। बड़ा गणेश मंदिर, हरसिद्धि चैराहा, नृसिंह घाट तिराहा होते हुए पुन: भील समाज धर्मशाला पहुंचेंगे।
भगवान श्री महाकालेश्वर दर्शन प्रवेश महाकाल लोक से
दर्शनार्थी त्रिवेणी संग्रहालय के समीप सरफेस पार्किंग से प्रवेश कर, श्री महाकाल महालोक, मानसरोवर भवन में प्रवेश कर फेसेलिटी सेंटर-1, मंदिर परिसर, कार्तिक मण्डपम् में प्रवेश कर, गणेश मण्डपम् से बाबा महाकाल के दर्शन कर सकेंगे। दर्शन उपरांत आपातकालीन द्वार से अनादिकल्पेश्वर महादेव मंदिर के समीप से निर्माल्य द्वार श्री महाकाल महालोक में प्रवेश कर पिनाकी द्वार से बाहर निकलेंगे।
पार्किंग व्यवस्था
मुख्य पार्किंग व्यवस्था: इंदौर रोड़ से आने वाहनों की कर्कराज पार्किंग, कलोता समाज धर्मशाला।
वैकल्पिक पार्किंग व्यवस्था
- 1-शासकीय इंजिनियरिंग कॉलेज तिराहे पर हाउसिंग बोर्ड का मैदान हरिफाटक ब्रिज के नीचे हाट बाजार मन्नत गार्डन (नगर निगम)।
- 2-देवास, मक्सी, आगर रोड़ से आने वाहनों की पार्किंग- शासकीय इंजिनीयरिंग।
- 3-महाविद्यालय का मैदान प्रशांति धाम पार्किंग बडऩगर, नागदा रोड़ से आने वाहनों की पार्किंग।
- 4-मुल्लापुरा पार्किंग (धान उपार्जन केन्द्र)।
- 5-कार्तिक मेला मैदान पार्किंग।
- 6-आदिनाथ जैन पार्किंग बडऩगर रोड़।
- 7-उदसीन अखाड़ा/निर्मोही अखाड़ा (बडऩगर रोड)।
बसों से छोड़ेंगे पार्किंग स्थल
वाहन पार्किंग से श्रद्धालुओं को मंदिर प्रवेश द्वार पर नि:शुल्क लाने के लिए 50 बसें प्रशासन चलाऐगा।
जूता-चप्पल स्टेण्ड से मंदिर तक रहेगी मेटिंग
भील समाज धर्मशाला, हरसिद्वी पाल पर जुता स्टेण्ड स्थापित किया गया है। भगवान श्री महाकालेश्वर के दर्शन हेतु पधारे समस्त श्रद्धालुओं के लिये सरफेस पार्किंग में जूता स्टेण्ड स्थापित किया गया है। श्रद्धालुओं की दर्शन व्यवस्था के अंतर्गत श्रद्धालुओं के लिए निर्धारित प्रवेश द्वार से लेकर निर्गम द्वार तक, निर्गम द्वार से जूता स्टेण्ड तक सम्पूर्ण मार्ग पर मैटिंग बिछाई गयी है। जिससे श्रद्धालु पूर्ण समय मेटिंग पर चलकर भगवान नागचन्द्रेश्वर एवं भगवान श्री महाकालेश्वर के दर्शन का लाभ प्राप्त कर सकेंगे।
व्हील चेयर व ई-कार्ट की व्यवस्था
वृद्धजन एवं नि:शक्तजन श्रद्धालुओं को भगवान श्री नागचन्दे्रश्वर एवं भगवान श्री महाकालेश्वर जी के सरल-सुलभ दर्शन कराए जाने के उद्देश्य से मंदिर परिक्षेत्र के समीप निर्धारित पार्किंग स्थल पर ई-कार्ट रहेगी। जिसमें बैठकर श्रद्धालु मंदिर के प्रवेश द्वार पहुंच कर व्हील चेयर के माध्यम से भगवान श्री नागचन्द्रेश्वर एवं भगवान श्री महाकालेश्वर जी के दर्शन कर सकेंगे।
पेयजल व्यवस्था
मंदिर में प्रवेश हेतु निर्धारित द्वार से प्रति 200 मीटर पर पेयजल की व्यवस्था की गई है।
लड्डू प्रसाद काउण्टर
भील समाज धर्मशाला एवं नृसिंह घाट तिराहे पर लड्डू प्रसाद काउण्टर स्थापित किए गए है।