एमपीआरडीसी जल्दबाजी में बना रहा हीरा मिल-बिनोद मिल पहुंच मार्ग
उज्जैन, अग्निपथ। हीरामिल बिनोद मिल पहुंच मार्ग को बनाने की जल्दबाजी ऐसी मची कि यहां पर निवासरत स्वास्थ्यकर्मियों के मकान 20 फीट अंदर तक तोड़ दिये गये। अमर शहीद गजेन्द्र सुर्वे की याद में लगाये गये गेट को भी तोड़ दिया गया था। लेकिन अब जो नई बाउंड्रीवॉल एमपीआरडीसी के ठेकेदार द्वारा बनाई जा रही है, उसमें केवल एक स्वास्थ्यकर्मी का मकान टूटेगा। नर्सिंग कॉलेज का हॉस्टल भी बचा लिया गया है।
इस मार्ग को 20 मीटर चौड़ा किया जा रहा है। इसी के चलते कुछ स्वास्थ्यकर्मियों के मकान को 20 फीट तोड़ दिया गया। वहीं नर्सिंग कॉलेज के वॉच टॉवर को भी जेसीबी से ध्वस्त कर दिया गया था। ठेकेदार ने बाले बाले उन स्वास्थ्यकर्मियों के मकानों को भी जमींदोज कर दिया जोकि इनकी बाउंड्रीवॉल की बाहर थे।
जबरन इनके मकान को बिना लिखा पढ़ी के तोड़ दिया गया। ठेकेदार द्वारा सडक़ की बाउंड्रीवाल के जो कॉलम डाले गये हैं। वह केवल एक स्वास्थ्सयकर्मी के मकान के 10 फीट अंदर से जा रहे हैं। लेकिन उन स्वास्थ्यकर्मियों का क्या दोष था जिनके मकान 20 फीट अंदर तक तोड़ दिये गये। क्या अब ठेकेदार इन स्वास्थ्य कर्मियों के मकान को दोबारा बना कर देगा?
शहीद सुर्वे का गेट भी लगाया जायेगा
एमपीआरडीसी की जुर्रत तो देखो इनके द्वारा बाले बाले इस मार्ग पर स्थित अमर शहीद गजेन्द्र सुर्वे की याद में लगाये गये गेट को तोड़ दिया गया। मामले की सूचना के बाद कांग्रेस के गिनेचुने प्रतिनिधियों ने यहां पर आकर विरोध प्रदर्शन किया था। नगरनिगम द्वारा इस गेट को पुन: बनाने के आश्वासन के बाद धरना प्रदर्शन समाप्त किया गया था।
एएनएम हॉस्टल बच जायेगा
पिछले दिनों एएनएम नर्सिंग कॉलेज के वॉचटॉवर को जेसीबी से जमींदोज कर दिया गया था। ऐसी संभावना जताई जा रही थी कि एएनएम नर्सिंग कॉलेज के हॉस्टल को भी तोड़ा जा सकता है। लेकिन ठेकेदार द्वारा बाउंड्रीवॉल के लिये कॉलम डाले गये हैं। इसके निशान से तो यही देखने में आ रहा है कि कॉलेज का हॉस्टल इस तोड़ाफोड़ी से बच जायेगा।