एक घंटे तक मची रही अफरा-तफरी, सब्जी मंडी गेट को बंद करके जताई नाराजगी
उज्जैन, अग्निपथ। प्याज के निर्यात पर केंद्र सरकार द्वारा लगाई गई एक्सपोर्ट ड्यूटी के विरोध में किसान संघ ने आगर रोड पर चक्काजाम किया। इस दौरान किसानों केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करके आक्रोश जताया। किसानों के पुलिस से झड़प भी हुई। किसानों नेताओं ने चेतावनी दी है कि अगर निर्यात पर लगी रोक नहीं हटी तो किसान उग्र आंदोलन करेंगे।
किसान संघ ने केंद्र सरकार द्वारा प्याज के निर्यात पर 40 प्रतिशत की एक्सपोर्ट ड्यूटी लगाने का विरोध करते हुए कहा कि इससे प्याज के दाम गिर गए हैं। किसानों को जब दाम मिलने लगा तो केंद्र सरकार ने निर्यात पर डयूटी लगाकर दाम गिराने की कोशिश की है। इससे किसानों को लाभ नहीं मिलेगा।
किसान नेता दशरथ पंड्या, ईश्वर सिंह का कहना है कि प्याज की फसल को लेकर पिछले तीन साल से किसान नुकसान उठाता आ रहा है। अगर केंद्र सरकार ने फैसला वापस नहीं लिया तो भारतीय किसान संघ सभी सांसदों और विधायकों का घेराव करेगा।
किसानों के आगर रोड पर कृषि उपज मंडी गेट पर जाम लगाने से अफरा-तफरी मच गई थी। दोनों तरफ वाहनों का जाम लग गया था। इस दौरान चिमनगंज टीआई ने किसानों को हटाने का प्रयास किया तो किसान भडक़ गए। उन्होंने कहा कि पुलिस किसानों को डराने का प्रयास नहीं करे। किसान सडक़ पर ही बैठ गए।
इस दौरान भारत सिंह बैस, बहादुर सिंह चकरावदा, जगदीश पाटीदार, ईश्वर सिंह राजपूत, भगवान सिंह सोलंकी, राधेश्याम बैरागी, राजेंद्र सिंह सोलंकी, बलराम आंजना, अंतर सिंह आजना, महेश जाटव आदि मौजूद थे। बाद में किसानों कृतिका भीमावद और तहसीलदार अभिषेक शर्मा को ज्ञापन दिया। वहीं सब्जी मंडी के गेट को बंद करके वहां भी किसानों विरोध प्रदर्शन किया।
इस साल माडल रेट से 892 रुपए ज्यादा दाम पर बिका प्याज
बताया जाता है कि पिछले साल जुलाई माह में प्याज 400 से 1450 रुपए क्विंटल के दाम पर बिका था। जबकि इस साल जुलाई माह में प्याज 100 रुपए से 1733 रुपए क्विंटल के दाम पर बिका है। यानी इस साल प्याज 892 रुपए ज्यादा के दाम पर बिका। जबकि जुलाई 22 में प्याज की आवक 108909 क्विंटल और जुलाई 23 में 126608 क्विंटल प्याज की आवक हुई है।