भोपाल में एमडी से मिला व्यापारियों का प्रतिनिधि मंडल, शुक्रवार को मंडी खोलने पर बैठक के बाद होगा फैसला
उज्जैन, अग्निपथ। अनाज तिलहन संघ व्यापारी संघ की हड़ताल के पहले दिन व्यापारियों ने नारेबाजी की। मंडी पूरी तरह से बंद रही। करीब सवा करोड़ का कारोबार मंडी बंद से प्रभावित हुआ।
अनाज तिलहन संंघ के सचिव अनिल गर्ग ने बताया कि लीज नवीनीकरण के मामले को लेकर व्यापारियों और मंडी कमेटी के बीच चल रहे विवाद के चलते व्यापारियों को मंडी अनिश्चितकालीन बंद रखने का फैसला करना पड़ा। गुरुवार को मंडी बंद रही। व्यापारियों ने नीलामी में भाग नहीं लिया। व्यापारियों ने मंडी समिति के आफिस के सामने नारेबाजी करके ज्ञापन सौंपा।
इस दौरान अनिल गर्ग, जितेंद्र अग्रवाल, मनीष जैन गावड़ी, संतोष गादिया, समरेश अग्रवाल, मुकेश हरभजनका, उमेश जैन आदि मौजूद थे। इसी के चलते किसान भी मंडी नहीं पहुंचे। मंडी में सन्नाटा पसरा रहा। इन दिनों छह हजार से नौ हजार बोरियों की आवक हो रही है। यानी की गुरुवार के दिन नौ हजार बोरियों का टर्न ओवर नहीं हो सका। इसकी कीमत करीब सवा करोड़ रुपए आंकी जा रही है। इसमें दो लाख के करीब मंडी को शुल्क मिलता, उसका भी नुकसान हुआ है।
भोपाल में एमडी से मिला प्रतिनिधि मंडल
मंडी के व्यापारियों का एक दल दोपहर बाद भोपाल के लिए रवाना हुआ था। शाम को व्यापारी एमडी श्रीमन शुक्ल से मिले। इस दौरान एमडी ने बताया कि उनकी मांग के संबंध में प्रस्ताव तैयार करके सरकार को भेजा जा रहा है। केबिनेट में प्रस्ताव को रखा जाएगा। इसके बाद उनके फैसले का गजट का नोटिफिकेशन होगा। तब उनकी समस्या का निराकरण होगा।
बैठक के फैसले के संबंध में हजारीलाल मालवीय ने बताया कि एमडी के साथ बैठक सौहार्दपूर्ण माहौल में हुई। व्यापारी हड़ताल को खत्म करने का फैसला उज्जैन में शुक्रवार को बैठक करने के बाद लेंगे। भोपाल में एमडी से मिलने गए प्रतिनिधि मंडल में हजारीलाल मालवीय, समरेश अग्रवाल, मुकेश हरभजनका, राजेंद्र राठौर, दिनेश भायल, संतोष गादिया, मनीष गावड़ी, संतोष गर्ग, जितेंद्र अग्रवाल, घनश्याम मारू शामिल रहे।