परिसर खाली कराने की मांग
धार, अग्निपथ। शहर के हटवाड़ा स्थित लोक निर्माण विभाग की संपत्ति इमामबाड़े को खाली करवाने को लेकर सांस्कृतिक रक्षा मंच द्वारा बुलवाए गया वृहद एकत्रिकरण सफल रहा। हजारों की संख्या में लोग तय समय पर घोड़ाचौपाटी पहुंचे। यहां पर एक सभा का आयोजन हुआ। इसमें मंच के पदाधिकारियों ने समाजजनों को संबोधित किया। इसके बाद इमामबाड़े को खाली करवाने को लेकर हिंदू समाज के लोग एकसाथ कलेक्टोरेट पहुंचे, जहां पर कलेक्टर प्रियंक मिश्रा को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में बताया कि लोक निर्माण विभाग धार का भवन क्रमांक 316 तथाकथित इमामबाड़ा के विषय में सांस्कृतिक धरोहर रक्षा समिति धार द्वारा 13 अप्रैल 2023 को एक ज्ञापन देकर मांग की गई थी कि भवन को 15 दिन के लिए सशुल्क दिए जाने की अनुमति थी। लेकिन 1977 से आज दिनांक तक न तो किराया लिया गया और न ही भवन खाली कराया गया। ज्ञापन देने के बाद दो नोटिस जारी कर केवल अपने कर्तव्य की इतिश्री कर ली गई। इससे ऐसा प्रतित होता है कि इस विषय को लंबित किया जा रहा है। इससे हिंदू समाज में आक्रोश है।
ज्ञापन में बताया कि लोक निर्माण विभाग के भवन नगर पालिका के रेकार्ड में दर्ज भवन क्रमांक 316 को तथाकथित इमामबाड़ा घोषित किया जा रहा है, वह इमामबाड़ा है ही नहीं। वास्तविक इमामबाड़ा तो भवन क्रमांक 319 है। मंच ने ज्ञापन में बताया कि प्रशासन अपने आदेश का पालन शीघ्र करवाएं। ऐसा नहीं होने पर उग्र आंदोलन करने की बात कही है।
शहर रहा पूरी तरह बंद
इस एकत्रिकरण के मद्देनजर पूरे शहर में एक-दिन पहले से ही चर्चा का दौर शुरू हो गया था। इस कारण गुरुवार को सुबह से ही पूरा शहर बंद रहा। अधिकांश दुकानें सुबह से बंद थी। शहर का सराफा, कपड़ा, इलेक्ट्रानिक दुकानें बंद थी। जबकि चाय-नाश्ते की ही दुकानें कुछ वक्त के लिए खुली थी। ऐसे में दोपहर तक पूरे शहर की सडक़ों में सन्नाटा पसरा हुआ था। सिर्फ पुलिस की गाडिय़ों की आवाजाही बनी हुई थी और सायरन की आवाज गूंज रही थी।
भारी पुलिस बल शहर में तैनात
इस एकत्रिकरण और ज्ञापन के कार्यक्रम की सूचना के बाद से ही पुलिस और प्रशासन भी अलर्ट मोड पर थी। बुधवार को ही शहर में भारी पुलिस बल पहुंच गया था। पुलिस ने फ्लैग मार्च भी निकाला। गुरुवार को आयोजन को देखते हुए पूरे शहर में पाइंट लगाकर पुलिस बल तैनात किया गया था।
साथ ही हटवाड़ा की तरफ जाने वाले सारे रास्ते को ब्लॉक कर दिया गया था। ताकि किसी तरह की कोई अप्रिय घटना न हो। सुरक्षा के लिहाज से पूरे शहर में पुलिस लगाया गया था। साथ ही टीआई लेवल के अधिकारियों को सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई।