पोलायकला, (मनोहर मरेठिया) अग्निपथ। शाजापुर जिले की कालापीपल विधानसभा 169 बड़े ही दिलचस्प मोड़ पर है। यहां पर भाजपा को जीत का कितना भरोसा है, प्रत्याशियों में लगी होड़ से साबित होता है। किसी भी विधानसभा में भाजपा के इतनेे प्रत्याशी चुनाव लडऩे की कोशिश नहीं कर रहे होंगे जितने कालापीपल विधानसभा में है।
भाजपा प्रत्याशियों द्वारा पुन: 2008 की स्थिति कालापीपल विधानसभा में निर्मित हो गई है। एक से बढक़र एक प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतर कर कालापीपल में कमल खिलाना चाहते हैं। उसमें कई ऐसे चेहरे भी है जो राजनीति और प्रशासनिक दोनों क्षेत्र का अनुभव रखते हैं और अपने जीवन में निष्कलंक रहकर अब कालापीपल से राजनीतिक यात्रा शुरू करना चाहते हैं।
ऐसा ही एक नाम ईश्वर सिंह पटेल (जिगर) है, जो स्वर्गीय की बिहारी लाल जी पटेल के सुपुत्र है। जिनका जन्म 03/ 12/ 1959 को हुआ जो कुशाग्र बुद्धि के होकर शिक्षा के क्षेत्र में हमेशा प्रथम रहे और बीए उत्तीर्ण करने के बाद एलएलबी द्वितीय वर्ष की पढ़ाई पश्चात मध्य प्रदेश पुलिस में अपनी सेवा देते रहे। और रिटायरमेंट के बाद कालापीपल से अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं।
ईश्वर सिंह जिगर का पुलिसिया व्यवहार
जब भी कोई पुलिस वाले का चेहरा आपके सामने आता है तो उसके बारे में आपके अंदर एक दुर्भावना एवं उसके प्रति गलत सोच सामने आती है। मगर ईश्वर सिंह जिगर पुलिस में रहकर भी निष्कलंक रहे, आम जनता की जी-जान से सेवा की उन्होंने शपथ ली थी। उसके अनुसार ही व्यवहार करके लोगों के बीच अच्छी छवि के रूप में उन्हें जाना जाता रहा है।
कोई भी व्यक्ति जब उनके पास शिकायत लेकर पहुंचता है तो सबसे पहले उससे सुमधुर भाषा में बात कर उसकी समस्या को सुनना तथा उसे न्यायोचित न्याय कर उसको गदगद कर देना उनकी हमेशा कोशिश रहती है। किसी के भी साथ अन्याय ना हो इस बात का पूरा ध्यान रखना और उसे हर संभव मदद करते हैं।
सामाजिक व धार्मिक जीवन
जिगर हमेशा पुलिस की नौकरी के बाद भी सामाजिक कार्यों में बढ़-चढक़र भाग लेते हैं। समय निकालकर समाज में होने वाले कार्यक्रम में उपस्थित होकर समाज जनों के साथ बातें करना उनकी समस्या सुनना और उन्हें हल करने का हमेशा प्रयास रहता है। ऐसे ही वह धार्मिक कार्यों में भी बढ़-चढक़र भाग लेते हैं। आज भी उनका यही व्यवहार है। सरकारी मुलाजिम होते हुए भी धार्मिक और सामाजिक कार्यों में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका हमेशा निभाते रहते हैं।
खेल प्रेमी रहे हमेशा जिगर
विकास एवं जन सेवा के अलावा खेलों में भी विशेष रुचि जिगर की रही है। कबड्डी एवं एथलेटिक्स में मध्य प्रदेश की तरफ से ऑल इंडिया प्रतियोगिता में भाग लिया। अनेक बार पुरस्कृत हुए। आज भी उनकी कबड्डी वॉलीबॉल एथलेटिक्स जैसे खेलों में रुचि है और युवाओं की खेल के प्रति उनकी सोच बनाने की वह हमेशा उन्हें प्रेरणा देते हैं।
संघ व भाजपा के प्रति समर्पित
मध्य प्रदेश पुलिस सेवा में रहने के बाद भी हमेशा संघ की विचारधारा से ओतप्रोत रहे। सन 1975 में स्वर्गीय शालिग्राम तोमर एवं बद्रीलाल सोनी के सान्निध्य में लोटी स्कूल में प्रथम वर्ष किया और आज भी वह भाजपा की नीति-रीति और संघ के नियम संयम के साथ कालापीपल से जनसेवा के लिए टिकट की मांग कर रहे हैं।
वर्तमान में दायित्व
पुलिस सेवा से रिटायर होने के बाद भाजपा समर्पित वार्ड क्रमांक 7 तहसील तराना उज्जैन के जिला पंचायत सदस्य व वन समिति अध्यक्ष के रूप में कार्य कर रहे हैं। वर्तमान में जिस तरीके से दावेदारों की लंबी कतार लगी हुई है वही पार्टी भी पशो पेश में है कि किसे कालापीपल से विधानसभा चुनाव का प्रत्याशी बनाया जाए।
ऐसे में ईश्वर सिंह जिगर बाबूलाल वर्मा की तरह उन सब लोगों के बीच तालमेल बैठाकर कालापीपल विधानसभा में प्रत्याशी के रूप में भाजपा के तारणहार हो सकते हैं।अगर ईश्वर सिंह जिगर को मौका दिया जाए तो कालापीपल में कई कांग्रेसी वह -बड़े नेता ईश्वर सिंह को समर्थन देने के लिए तैयार है। और ईश्वर जिगर कालापीपल विधानसभा में कमल खिलाकर पार्टी को पुन: कालापीपल जिता सकते हैं।