मुख्यमंत्री ने सपरिवार श्री महाकालेश्वर का पूजन-अभिषेक किया
उज्जैन, अग्निपथ। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने अपनी धर्मपत्नि श्रीमती साधना सिंह के साथ श्रावण माह के आठवें सोमवार 28 अगस्त को अपने उज्जैन प्रवास के दौरान श्री महाकालेश्वर का दर्शन-पूजन किया।
दोपहर में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पत्नी साधना सिंह ने महाकाल का दुग्धाभिषेक किया।
मुख्यमंत्री ने महाकाल लोक में दूसरे चरण में हो रहे कामों को भी देखा। उन्होंने कहा, सब सुखी रहें, निरोग रहें, सबका मंगल और कल्याण हो, महाकाल के चरणों में यही प्रार्थना की। पूजन श्री महाकालेश्वर मंदिर के समिति सदस्य एवं पुजारी प्रदीप गुरु, श्रीराम पुजारी, यश पुजारी ने संपन्न करवाई।
सोमवार को पांच लाख दर्शनार्थी पहुंचे
मंदिर प्रबन्ध समिति के प्रशासक संदीपकुमार सोनी ने बताया श्री महाकालेश्वर मंदिर के सभी द्वार से श्रद्धालुओं, कावड़ यात्रियों, वृद्धजनों, दिव्यांगों आदि के सुलभ दर्शन की व्यवस्था की गई है। महाकालेश्वर मंदिर के पट तडक़े 2.30 बजे खोले गए थे। सबसे पहले भगवान महाकाल को भस्म अर्पित कर पंचामृत अभिषेक पूजन किया गया। भांग, चंदन, अबीर के साथ मस्तक पर त्रिपुंड और आभूषण अर्पित किए गए। दिव्य श्रृंगार कर भस्म आरती हुई।
भस्म आरती के लिए रात 12 बजे से भक्त कतार में लगना शुरू हो गए थे। मंदिर प्रशासन के मुताबिक दोपहर 1 बजे तक 2.5 लाख से ज्यादा भक्तों ने दर्शन कर लिए थे।
पुणे के भक्त ने पांच लाख की सवा क्विंटल बादाम का श्री महाकाल को लगाया भोग
श्रावण माह के शुभ अवसर पर सोमवार को पुणे के एक भक्त ने महाकाल मंदिर में करीब 5 लाख कीमत का 121 किलो मामरा बादाम का भोग लगया गया। इसके साथ स्वर्ण वर्ख जडि़त मामरा बादाम, रजत वर्ख जडि़त मामरा बादाम का अतिरिक्त उच्चतम भोग की थाली 121 किलो मामरा बादाम महाकाल को अर्पित किया गया।
मुरली मनोहर जोशी ने बताया पुणे के डॉ. सागर, श्री महाकाल जी के परम भक्त है। महाकाल बाबा के साथ ही वे हरसिध्दि माता मंदिर, शनि मंदिर, काल भैरव, मंगलनाथ मंदिर में भी सेवा करते आये हैं।
विगत दिनों अक्षय तृतीया के शुभ मुहूर्त पर उच्चतम क्वालिटी का 111 किलो का काजू का भोग लगाकर महाकाल जी को संध्या आरती में अर्पित किया था। श्रावण माह के अंतिम सोमवार पर 121 किलो मामरा बादाम भगवान माहाकाल को अर्पित किया गया। इसके बाद काजू को प्रसाद के रूप में वितरित भी किया।