चिमनगंज थाना परिसर में हुई घटना
उज्जैन, अग्निपथ। मंदिर पर नया झंडा लगाने के लिये सोमवार सुबह 2 युवक चढ़े थे। लोहे का पाइप ऊपर से गुजर रहे बिजली के तारों से टकरा गया। जोरदार झटका लगते ही दोनों झुलस गये। जिन्हे मंदिर के पुजारी और लोगों की मदद से अस्पताल लाया गया।
चिमनगंज थाना परिसर में शिव और माता मंदिर बना हुआ है। सुबह 9 बजे के लगभग मंदिर का झंडा बदलने के लिये थाने के समीप बनी झुग्गी झोपड़ी में रहने वाला लखन बागरी अपने साथी भोला बागरी के साथ चढ़ा था। पुराना झंडा लोहे के पाईप में लगा था। जिसे नीचे उतार लिया गया था। नया झंडा लगते समय जैसे दोनों पाइप खड़ा किया ऊपर से गुजर रहे बिजली के तारों से टकरा गया।
दोनों को करंट का झटका लगा और झुलस गये। मंदिर के पुजारी और आसपास के लोगों ने दोनों को नीचे उतारा और जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां लखन की हालत गंभीर होना बताई गई। भोला की हालत समान्य बनी हुई थी। चिमनगंज पुलिस के अनुसार मामले में दोनों घायलों के बयान दर्ज किये गये है। दोनों मंदिर पर सुबह-शाम साफ-सफाई और सेवा का काम करते है।
रेन बसेरा की छत का गिरा प्लास्टर, 2 घायल
उज्जैन, अग्निपथ। देवासगेट पर रैन बसेरा में रविवार-सोमवार रात हादसा हो गया। छत का प्लास्टर गिरने से धार्मिक यात्रा पर आये 2 श्रद्धालु घायल हो गये। एक को गंभीर चोंट लगने पर जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है।
नगर निगम द्वारा बस स्टेंड के प्रथम तल पर रैन बसेरा संचालित किया जाता है। जहां बाहर से आने वाले श्रद्धालु रात व्यतीत करते है।
रविवार को महाकाल दर्शन करने झालावाड़ से आए मांगीलाल पिता रामलाल (62) और सागर का अंकुर पिता तुलीराम (33) दोनों रैन बसेरा में रात गुजराने पहुंचे थे। वहां अन्य लोग भी सो रहे थे। रात 1 बजे के लगभग सभी गहरी नींद में थे, उसी दौरान छत का प्लाटर एकाएक दोनों श्रद्धालुओं के पलंग पर आकर गिरा।
जिसके चलते उनके चेहरे पर चोंट लगी। शोर सुनकर आसपास के लोग नींद से जाग गये। मांगीलाल को गंभीर चोंट लगी थी, दोनों को बस स्टेंड पर दुकाने संचालित करने वालों की मदद से जिला अस्पताल पहुंचाया गया। जहां अंकुर का प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दी गई। मांगीलाल को भर्ती किया गया है। देवासगेट थाना पुलिस ने उसके परिजनों को सूचना दी है।