ठेला व्यवसायी ने जहर खाकर की थी आत्महत्या
उज्जैन, अग्निपथ। छत्री चौक पर ठेला लगाकर व्यवसाय करने वाले व्यक्ति ने निगमकर्मी की प्रताडऩा से तंग आकर 3 दिन पहले जहरीला पदार्थ खा लिया था। जिसकी मौत हो गई थी। मंगलवार को परिजनों ने निगमकर्मी पर प्रकरण दर्ज करने की मांग करते धरना प्रदर्शन किया। परिजनों के समर्थन में हिन्दूवादी संगठन भी आ गया। पुलिस ने निगमकर्मी के खिलाफ आत्महत्या के लिये उकसाने का प्रकरण दर्ज किया है।
वृंदावनपुरा में रहने वाला राम बांबीवाल छत्री चौक पर ठेला लगाकर व्यवसाय करता था। 3 दिन पहले उसने नगर निगम कर्मी आशिक हेला की प्रताडऩा से तंग आकर जहर खा लिया था। उपचार के दौरान उसकी निजी अस्पताल में मौत हो गई थी। पुत्र यश ने आरोप लगाया था कि आशिक पिता को ठेला हटाने के लिये परेशान कर रहा था। शुक्रवार रात दुकान पर आकर मारपीट की थी।
क्षेत्र में कई ठेले लगे है, आशिक उन्हे ही धमका रहा था। शनिवार को आकर गाली-गलौच की। जिसके बाद पिता ने जहर खा लिया था। परिजनों ने घटना के बाद निगमकर्मी पर प्रकरण दर्ज करने की मांग की थी।
प्रकरण दर्ज नहीं होने पर परिजनों ने मंगलवार दोपहर छत्री चौक पर धरना दे दिया। परिजनों के समर्थन में हिन्दूवादी संगठन के कार्यकर्ता अंकित चौबे, रूपेश ठाकुर, अर्जुन भदौरिया, रितेश महेश्वरी, अनिल धर्मे, शैलू यादव, पार्षद प्रकाश शर्मा, विशाल राठौर, कपिल कसेरा, आनंद तिवारी, विशाल खटीक भी पहुंचे और निगमकर्मियों की गरीबों के साथ की जाने अवैध वसूली और प्रताडऩा को लेकर धरने पर बैठ गये।
करीब दो घंटे तक चले धरना प्रदर्शन के बाद खाराकुआं थाने का घेराव किया गया। मामले में परिजनों से चर्चा करने एएसपी गुरूशरण पाराशर, जयंतसिंह राठौर, सीएसपी ओपी मिश्रा पहुंचे। उन्होने मामले में निगमकर्मी के खिलाफ प्रकरण दर्ज करने का आश्वासन दिया और परिजनों के बयान दर्ज कर आशिक के खिलाफ आत्महत्या के लिये प्रेरित करने का मामला दर्ज कर लिया।
छत्रीचौक से कंठाल तक लगा जाम
छत्री चौक पर शुरू हुए धरना प्रदर्शन के चलते पूरे क्षेत्र में जाम की स्थिति बन गई। रक्षाबंधन का मुख्य बाजार गोपाल मंदिर, छत्री चौक, सतीगेट के आपास लगा था। जिसके चलते करीब 2 घंटे तक बाजार में आवाजाही प्रभावित बनी रही। पुलिस ने धरना प्रदर्शन समाप्त कराने के बाद क्षेत्र का आवागमन व्यवस्थित कराया।