बड़नगर,अग्निपथ। सरकार से मुख्य मांगों के तहत मंडी प्लांट/गोदाम की लीज नियमावली को सरल करने एवं मंडी टैक्स 1 प्रतिशत एवं निराश्रित शुल्क समाप्त करने की प्रमुख मांग सरकार के समक्ष रखेंगे। सरकार द्वारा सुनवाई नहीं होने की दशा में प्रदेश की संपूर्ण मंडियां 4 सितम्बर से बंद रहेगी।
यह बात मध्यप्रदेश सकल अनाज दलहन तिलहन महासंघ की प्रदेश स्तरीय बैठक में महाकालेश्वर रोड स्थित होटल मित्तल एवेन्यू उज्जैन पर मंगलवार को प्रदेश अध्यक्ष गोपालदासज अग्रवाल ने कही।
उक्त जानकारी देते हूऐ प्रदेश प्रवक्ता नितेश गोधा (धर्म उत्साही) बड़नगर ने बताया कि बैठक में पूरे प्रदेश के उज्जैन, इंदौर ,देवास, विदिशा ,बड़नगर, भोपाल ,सागर ,गुना, कुंभराज, बुरहानपुर ,उन्हेल, सांवेर ,अशोक नगर, टांडा, कुक्षी, महिदपुर , इटारसी, खाचरोद , बदनावर, मंदसौर, मंडीदीप, धार, तराना, नामली, रतलाम, बैतूल, छिंदवाड़ा , गंज बासौदा, सुसनेर आदि क्षेत्र की मंडीयो के व्यापारी प्रतिनिधियों ने बैठक में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
बैठक में राधेश्याम महेश्वरी , प्रकाश तल्लेरा, शरद अग्रवाल, मनोज काला, हरीश भाई, महेंद्र जैन, गोविंद खंडेलवाल, नितेश गोधा भी मंचासीन थे। प्रदेश अध्यक्ष अग्रवाल ने कहा कि जब सारा व्यापार ई वे बिल से हो रहा है। तब एनओसी और उसके सत्यापन की जरूरत नहीं है। एक बार मंडी व्यापारी को व्यापार की अनुमति मंडी समिति द्वारा होने के पश्चात लाइसेंस नवीनीकरण की प्रक्रिया बंद होना चाहिए। मंडी बोर्ड से लाइसेंस या लाइसेंस नवीनीकरण शब्द निकाल देना चाहिए। अपने व्यापारीगण से भी आव्हान किया कि प्रदेश के व्यापारी संगठित रहे। हमें थोड़ा त्याग करने की जरूरत है।
प्रारंभ में अनाज तिलहन व्यापारी संघ उज्जैन द्वारा मंचासीन पदाधिकारीगण का पुष्पहार से स्वागत किया गया। गोविंद खंडेलवाल ने स्वागत भाषण दिया। बैठक को विजय मेहता, अनिल गर्ग, हरीश भाई, दिनेश हरभजन, समीर भार्गव, अशोक राठौड़, अशोक गुप्ता ने संबोधित कर मंडी व्यापार में आ रही समस्या से सदन को अवगत कराया। संचालन दिलीप गुप्ता ने किया। आभार राजेंद्र राठौड़ ने माना ।