मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान हुए शामिल, एक घंटे रहे मंदिर में, मंत्री सिलावट भी थे साथ
उज्जैन, अग्निपथ। श्री महाकालेश्वर मंदिर में अच्छी वर्षा की कामना के लिए महारूद्र अनुष्ठान हुआ। जिसमें मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने बाबा महाकाल से पूजन अनुष्ठान कर उत्तम वर्षा की कामना की।
पूजन महाकाल मंदिर के पुजारी यश प्रदीप गुरू ने करवाया। इस दौरान प्रशांत गुरू भी मौजूद रहे। यश गुरू ने बताया कि करीब 8.45 बजे महाकाल मंदिर पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान एक घंटे महाकाल मंदिर में मौजूद रहे तथा उत्तम जल वृष्टि व जन कल्याण की भावना से श्री महाकालेश्वर मंदिर में पूजन अनुष्ठान नन्दी मंडपम में किया।
इस दौरान जल संसाधन व मछुआ कल्याण एवं मत्स्य विकास मंत्री तुलसी सिलावट ने भी गर्भगृह में श्री महाकालेश्वर भगवान का पूजन अभिषेक किया। पूजन पुजारी यश गुरू, प्रशान्त शर्मा ने सम्पन्न करवाया। महारुद्र अनुष्ठान के दौरान 1331 रूद्र पाठ किए गए।
बिजली संकट खड़ा हो रहा है प्रदेश में
पूजन के बाद मुख्यमंत्री ने कहा, बारिश नहीं होने की वजह से मध्यप्रदेश में बिजली संकट पैदा हुआ है। सावन-भादौ में इतनी बिजली की जरूरत नहीं पड़ती थी। उन्होंने कहा, फिलहाल 9000 की जगह 15000 हजार मेगावॉट बिजली की आवश्यकता है। मांग और आपूर्ति में बड़ा गैप पैदा हो गया है। किसानों के लिए बिजली का संकट पैदा हो रहा है। इस संकट से निपटने दूसरे प्रदेशों से बिजली ली जाएगी। इस बारे में बातचीत जारी है।
मुख्यमंत्री शिवराज सोमवार सुबह 8.45 बजे श्री महाकालेश्वर मंदिर पहुंचे। महारुद्र अनुष्ठान प्रारंभ होने के पहले उन्होंने नंदी हॉल में पूजन किया। गर्भ गृह में बाबा महाकाल का पंचामृत पूजन और अभिषेक किया। पूजन के बाद मंदिर के पुजारी और पुरोहितों ने अनुष्ठान प्रारंभ किया। 66 पुजारी-पुरोहित बैठकर एक साथ महारुद्र पाठ कर रहे हैं। महारुद्र अनुष्ठान के दौरान दो लघु रुद्र के साथ ही 121 पाठ किए जाएंगे। अनुष्ठान सुबह 9 बजे से दोपहर 3 बजे तक चलेगा।
सूखे का ऐसा संकट 50 साल में नहीं आया
मानसून ब्रेक के कारण मध्यप्रदेश में अगस्त लगभग सूखा बीत गया। बारिश नहीं होने से किसानों को सिंचाई के लिए बिजली चाहिए। दो दिन पहले भोपाल में हुए दीनदयाल रसोई शुभारंभ कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने इस पर चिंता जताते हुए कहा था, बांध पूरे नहीं भरे। बिजली की डिमांड भी एकदम बढ़ गई है, क्योंकि फसलें अगर बचाना है तो पानी देना है। ऐसी डिमांड आज तक कभी नहीं आई।
सीएम ने हाथ जोड़ते हुए कहा था, सूखे का ऐसा संकट 50 साल में नहीं आया। अभी भादौ चल रहा है। मैं भी भगवान से प्रार्थना करूंगा, आप भी प्रार्थना करें कि बारिश एक बार जरूर हो जाए, ताकि हम फसलें बचा सकें और बाकी व्यवस्थाएं भी ठीक चलती रहें।