11 तक ऐसे ही बरसती रहेंगी अमृत बूंदें, सुबह जोरदार बारिश
उज्जैन, अग्निपथ। मानसूनी सिस्टम ने शुक्रवार को तो गजब ढा दिया। सुबह हुई जोरदार बारिश से पानी बह निकला। उज्जैन में 24 घंटे में दो इंच से अधिक बारिश दर्ज की गई। बारिश होने से किसानों ने राहत महसूस की है। एक ही दिन में दिन का पारा 4 डिग्री से अधिक गिर गया। मौसम विज्ञानियों ने 11 सित बर तक ऐसी ही बारिश की संभावना जताई है।
जीवाजीराव वेधशाला से प्राप्त आकंड़े के अनुसार गुरुवार रात 8 बजे से शुरू हुई बारिश शुक्रवार सुबह तक रुक रुक कर होती रही। जिससे करीब 31.4 मिमी बारिश दर्ज की गई। जबकि बीते 24 घंटे में अब तक 53 मिमी याने कि 2.3 इंच बारिश दर्ज हुई है। इस बारिश से खेतों में सूखी फसलों को लेकर चिंतित किसानों को भी कुछ उ मीद बंधी है।
कोई प्रभावी सिस्टम नहीं होने की वजह से अगस्त के तीसरे सप्ताह से बारिश का दौर थमा हुआ था। बंगाल की खाड़ी में एक सिस्टम के एक्टिव होने के बाद फिर से बारिश शुरू हो गई है। शुक्रवार रात से हुई बारिश का दौर सुबह भी थमा नहीं था।
पारे में 4 डिग्री से अधिक की गिरावट
शुक्रवार को दिन के अधिकतम तापमान में 4.2 डिग्री की बड़ी गिरावट दर्ज की गई। गुरुवार को दिन का पारा 30.6 डिग्री दर्ज किया गया था। जोकि शुक्रवार को गिरकर 26.4 डिग्री पर आ गया था। वहीं रात के न्यूनतम पारे में कोई खास गिरावट दर्ज नहीं की गई। पारा 23.8 डिग्री से गिरकर 23.7 डिग्री पर ठहर गया था। दिन के पारे में इतनी बड़ी गिरावट के कारण विद्युत उपकरण ठंडी हवा फेंकने लगे थे।
छोटी रपट के ऊपर से बह रहा पानी
उज्जैन जिले के कई इलाकों में गुरुवार शुक्रवार रात से हुई झमाझम बारिश के बाद एक बार फिर शिप्रा नदी का जल स्तर बढ़ गया। जिससे रामघाट पर स्थित कई मंदिर डूब गए। कई मंदिरो में पानी घुस गया और छोटे बड़े मंदिर डूबने लगे। जिससे बड़ी संख्या में तर्पण और अन्य पूजन पाठ करने वाले श्रद्धालुओं को रोक दिया गया। किसी ही अनहोनी को रोकने के लिए शिप्रा तैराक दल और होमगार्ड के जवानों को तैनात किया गया है।