महिदपुर रोड, अग्निपथ। नगर के न्यू शिवाजी नगर में रहने वाले रेलवे कर्मचारी के सूने घर को निशाना बनाकर अज्ञात बदमाशों ने शुक्रवार-शनिवार की करीब 3 लाख रुपए कीमत के गहने तथा 15000 नगदी चुरा लिये। वही ग्राम झुटावद में एक किसान के घर में रखी महंगे भाव की ऊंटी लहसुन (कीमतन की कट्टियां चुरा ली।
पुलिस के अनुसार रेलवे कर्मचारी लोकेश बिलवाल परिजनों के साथ बाहर कार्यक्रम में गये हुए थे। घर पर ताला लगा होने से रात्रि में बदमाश सूनेपन का फायदा उठाकर घर के मुख्य द्वार का ताला और अलमारी का नकूचा तोडक़र उसमें रखे सोने-चांदी के गहने तथा नगदी रुपये चुरा ले गए। वारदात का पता आसपास के लोगों को लगने पर उन्होंने हल्ला मचाया तो बदमाश अंधेरे का फायदा उठा कर भाग निकले। फरियादी लोकेश ने सुबह घटना की जानकारी पुलिस थाने पर जाकर पुलिस को दी।
दूसरी ओर इसी रात्रि में ग्राम झु टावद निवासी पप्पू पिता बगदी राम पिपलोदिया के बाहर ढालिये में रखी उच्च किस्म (उटी) की कट्टिया अज्ञात बदमाश चुरा कर ले गये। फरियादी के मुताबिक चोरी गई तीन क्विंटल लहसुन की कीमत 80 हजार रुपए। के लगभग है। महिदपुर रोड थाने के हेड मोहर्रिर सुरेश ने बताया क िचोरी की घटना की जानकारी मिली है। वरिष्ठ अधिकारी मौका स्थल का मुआयना कर चुके हैं तफतीश जारी है।
ग्राम पिपलू में लाखों की चोरी, आभूषण और कार ले गये चोर
बडऩगर,अग्निपथ। ग्राम पिपलू में शुक्रवार-शनिवार की रात में बदमाशों ने बिजली कंपनी के कर्मचारी के घर धावा बोल कर आलमारी में रखें सोने-चांदी के आभूषण चुरा लिए। इसके बाद चोर आंगन में रखी महंगी कार चुराकर उसमें बैठ कर रफूचक्कर हो गये।
ग्राम पिपलू निवासी सत्यनारायण परमार विद्युत वितरण कम्पनी में कार्यरत है। वे फिलहाल बडऩगर में रहते हैं। इनके दोनों पुत्र अपने बच्चों सहित गांव में ही रहते हैं। शुक्रवार रात को गांव वाले घर पर वारदात तब हुई जब सभी सो रहे थे। शनिवार सुबह 5 बजे के लगभग बच्चे की दवाई की जरूरत लगी तो दवाई लेने परिजन पहुंचा तो चोरी का पता चला। ब
ताया गया कि आलमारी से सोने की चैन, मंगलसूत्र, चांदी की कमरबंद, बाजुबंद, अनत, अंगूठी, बिछुड़ी, चांदी का नारियल, नगदी करीब 33000 रू व कार की चाबी नहीं मिले। जेवरात लगभग 250 ग्राम के बताऐ जा रहे है वही कार बलीनो माडल है जिसकी बाजार कीमत 8 लाख बताई जा रही है।
धमकी देने वालों में से ही तो नहीं आरोपी?
पिपलू में विगत दिनो भी चोरी का मामला सामने आया था जिसमें लोगो ने चोरो को पकडक़र पुलिस के हवाले किया था। चोरों को पकड़ाने में सत्यनारायण के छोटे पुत्र की भुमिका भी थी। जिसके चलते पकड़ाए चार चोरों में से किसी ने देख लेने की धमकी दी थी। ऐसे में शंका व्यक्त की जा रही है कि कहीं उन्होंने तो इस चोरी को अंजाम नही दिया है।