उज्जैन, अग्निपथ। शहर में महिलाओं को निशान बना रहे बदमाशों का सुराग पुलिस को नहीं मिल पा रहा है। बुधवार को हुई चेन स्नेचिंग में शामिल बदमाश खंदार मोहल्ला की ओर भागते दिखाई दिये, उसके बाद पुलिस उनका सुराग नहीं लगा पाई। चेन स्नेचिंग से पहले वृद्धा के साथ हुई ठगी की वारदात में भी बदमाशों को पुलिस ट्रेस नहीं कर पाई है।
संभागीय पेेंशनर कार्यालय में पदस्थ संयुक्त संचालक लक्ष्मी परमार के साथ बुधवार शाम 6.30 बजे बाइक सवार 2 बदमाशों ने सात ग्राम वजनी चेन झपटने की वारदात को अंजाम दिया था। कोतवाली पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और कैमरों के फुटेज खंगाले। बदमाश चामुंडा माता चौराहा से लक्ष्मी परमार के पीछे लगे थे और भाटगली में वारदात कर एटलस चौराहा की ओर भागे। जहां से फव्वारा चौक दौलतगंज होते हुए लोहे का पुल खंदार मोहल्ला तक दिखाई दिये।
जिसके बाद गलियों में लापता हो गये। टीआई शैलेन्द्र शर्मा के अनुसार बदमाश हुलिये से बाहर दिखाई दे रहे है। जिनकी बाइक पर नम्बर भी नहीं था। पुलिस की एक टीम बदमाशों की तलाश में लगी है। हरिफाटक से इंदौर-देवास की ओर जाने वाले मार्गो पर लगे कैमरे भी देखे जा रहे है। बडऩगर मार्ग की ओर भी भागने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। फिलहाल तलाश जारी है, जल्द बदमाशों का पता लगा लिया जाएगा।
ठगी के बाद मक्सीरोड की ओर भागे: माधवनगर थाना क्षेत्र के उदयन मार्ग पर बुधवार सुबह शकुंतला अग्रवाल के साथ दो बदमाशों ने नकनी पुलिसकर्मी बनकर साढ़े तीन लाख के आभूषण ठगने की वारदात को अंजाम दिया था। बदमाशों की तलाश में फुटेज खंगाल रही पुलिस को मक्सीरोड तक बदमाशों के भागने की जानकारी मिली है। एएसआई लक्ष्मीकांत गौतम के अनुसार बदमाश हुलिये से बाहर प्रतीत हो रहे है। एक ने हेलमेट लगा रखा है। जिसके चलते चेहरा दिखाई नहीं दिया है।