धार, अग्निपथ। शहर सहित अंचल में 10 दिवसीय गणेशोत्सव की शुरुआत मंगलवार से हो रही है। गणेश चतुर्थी पर शहर में सैंकड़ों जगह सार्वजनिक पंडालों के साथ ही घरों व प्रतिष्ठानों में भी गणेश जी को विराजमान किया जाएगा।
यहां धार के आसपास के गांवो से लोग मूर्ति लेने आते हैं। शहर में इस साल गणेश उत्सव पर अलग-अलग स्वरूपों में भगवान गणेश की स्थापना होगी। मूर्तिकार द्वारा मुंबई के लालबाग, उज्जैन के महाकाल, स्वयं भोलेनाथ के रूप में, अयोध्या का राम मंदिर, राम जी की सेना, कृष्ण अवतार, विष्णु अवतार के रूप में भगवान गणेश की प्रतिमा तैयार कर बाजार में दिख रही है। शहर में मिट्टी की प्रतिमा को लेकर लोगों में ज्यादा उत्साह है। इसमें 6 इंच से लगाकर 5 फिट तक की मूर्तियों का निर्माण किया गया है। उत्सव के 2 से 3 दिन पहले ही मूर्ति की बुकिंग शुरू हो गई।
प्रजापति ने बताया कि दो सालों की अपेक्षा इस बार बड़ी मूर्तियों की बुकिंग ज्यादा हुई है। जिनको अब अंतिम रूप दिया जा रहा है। वहीं घरों में छोटी मूर्तियां भी बैठाई जाएगी। जिससे उम्मीद है कि इस बार अच्छी खरीदी होगी और बप्पा सभी का मंगल करेंगे। साथ ही कहा कि गणेश चतुर्थी के बाद माता जी की प्रतिमाएं निर्मित करने में लग जाएंगे क्योंकि इस बार माता जी की प्रतिमाओं की बुकिंग भी होने लगी है
पंडालों की बढ़ गई संख्या
इस बार बड़े स्तर पर धार्मिक आयोजन, गणेश उत्सव होने की वजह से पंडालों की संख्या भी बढऩे लगी है। कई स्थानों पर बड़े आकार के गणेश जी विराजमान किए जा रहे हैं, तो कहीं लोगों के घरों में छोटे छोटे गणेश जी की प्रतिमा सजाकर झांकी लगाई जा रही हैं। सोमवार की सुबह के समय से ही बाजार पर दुकानों से श्रद्धालु गणेश प्रतिमा खरीदने पहुंच गए और गणपति बप्पा को विराजमान करने के लिए अपने घर ले जा रहे हैं।