महाकालेश्वर का किया गणेश रूप में शृंगार
उज्जैन, अग्निपथ। मंगलवार को शहर में श्री गणेश चतुर्थी पर्व हषोल्लाष से मनाया गया। घर-घर मंगलमूर्ति विराजित हुए। दिनभर स्थापना का दौर चला। साथ ही महिलाओं ने ऋषि पंचमी का पर्व भी मनाया।
मंगलवार को सुबह से ही श्रीगणेश प्रतिमाओं की स्थापना का दौर प्रारंभ हो गया था। शहर में हजारों से अधिक स्थानों पर सार्वजनिक गणेश उत्सव के तहत गणेश प्रतिमाओं की स्थापना की गई। मंगलवार को ही पंचमी तिथि होने के कारण महिलाओं ने ऋषि पंचमी का पर्व भी मनाया और खाकचौक स्थित गयाकोठा मंदिर पर महिलाओं ने पूजन किया।
चिंतामन बावड़ी स्थित विघ्रहर्ता गणेश को लगाए छप्पन भोग
चिंतामण गणेश मंदिर स्थित लक्ष्मण बावड़ी पर विराजित विघ्नहर्ता गणेशजी को चतुर्थी पर छप्पन भोग लगाकर आकर्षक श्रृंगार किया गया। मंदिर के पुजारी ईश्वर शर्मा ने बताया कि चिंतामण गणेश के दर्शन के बाद विघ्रहर्ता गणेश के दर्शन का विशेष महत्व है। विवाह के बाद जोड़ों को यहाँ से आशीर्वाद लेना आवश्यक रहता है। ऐसा माना जाता है कि वनवास के दौरान लक्ष्मणजी ने राम और सीता के पूजन के लिए विघ्रहर्ता गणेश की स्थापना की थी।
350 गणेश प्रतिमाओं का नि:शुल्क वितरण
लोकमान्य तिलक गणेश उत्सव महा आयोजन समिति के द्वारा प्रति वर्षानुसार इस वर्ष भी गणेश चतुर्थी के अवसर पर नगर की पंजीकृत संस्थाओं को नि:शुल्क गणेशजी की 350 मूर्तियों का वितरण किया गया। लोकमान्य तिलक गणेश उत्सव महा आयोजन समिति के संयोजक अनिल जैन कालूहेड़ा व सह संयोजक जगदीश पांचाल ने बताया कि संस्था द्वारा प्रति वर्षानुसार इस भी चिमनगंज मंडी प्रांगण में मिट्टी से निर्मित श्री गणेश जी की मूर्तियों का वितरण किया गया।
इस अवसर पर बालयोगी उमेशनाथ जी महाराज ने कहा कि यदि हमें सनातन धर्म को मजबूती प्रदान करना है तो ऐसे आयोजन के साथ ही मंदिरों में घड़ी, घंटा, शंख ध्वनि को गुंजायमान करना होगा यही हमारा प्रयास होना चाहिए। लोकमान्य तिलक गणेश उत्सव महा आयोजन समिति के आयोजक अनिल जैन कालूहेड़ा और उनकी पुरी टीम जिस प्रकार के कार्य कर रही है वह अभिनंदनीय कार्य है हम उनको आशीर्वाद देते हैं और प्रभु से प्रार्थना करते हैं की उनको यश प्रदान करे।
सभा को संबोधित करते हुए आचार्य शेखरजी महाराज ने कहा कि आज सनातन संस्कृति और धर्म की रक्षा हेतु केवल शास्त्र की ही नहीं अस्त्र शस्त्र की आवश्यकता है। समिति द्वारा स्वागत योग्य कदम है हम लोकमान्य तिलक गणेश उत्सव महा आयोजन समिति के सभी साथियों का अभिनंदन है जो सनातन धर्म के इस महान कार्यों को कर रहे है।