पिछले 25 दिनों से उज्जैन समेत प्रदेश में मंडी व्यापारी हड़ताल पर
उज्जैन, अग्निपथ। करीब 25 दिनों से मंडी के व्यापारियों की हड़ताल के चलते अब उनका सब्र सरकार की नींद नहीं खुलने से टूटने लगा है। कई दौर की बैठक मंडी बोर्ड के अफसरों के साथ करने के बाद मंडी के व्यापारी सीएम और कृषि मंत्री से मिल चुके हैं। परन्तु उनकी समस्या का हल नहीं निकलने की वजह से अब वे उग्र आंदोलन की राह पर आने लगे हैं।
मंडी के व्यापारी 22 सिंतबर को उज्जैन में लोकार्पण कार्यक्रम में आ रहे मु यमंत्री के घेराव की योजना बना रहे हैं। उक्त जानकारी देते हुए अनाज तिलहन व्यापारी संघ के अध्यक्ष अनिल गर्ग ने बताया कि सिहोर में व्यापारियों ने समस्या के निराकरण को लेकर चर्चा की थी। व्यापारी संघ के अध्यक्ष गोपालदास अग्रवाल भी भोपाल में मंडी बोर्ड के अफसरों और मंत्री तक को व्यापारियों की समस्या के निराकरण के लिए मिल चुके हैं। परन्तु सरकार कोई ठोस समस्या का निराकरण नहीं कर रही है। इसलिए अब व्यापारी आंदोलन की राह पर आ गए हैं। उन्होंने कहा कि 22 सितंबर को उज्जैन में मंडी व्यापारी मु यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का घेराव करेंगे। ताकि उनकी समस्या का निराकरण जल्द से जल्द हो सके।
करोड़ों की व्यापारियों से डिमांड
सूत्रों के मुताबिक प्रदेश के वरिष्ठ नेता ने व्यापारियों से उनकी समस्या के निराकरण के लिए करोड़ों रुपए की डिमांड कर दी है। व्यापारियों ने उनकी इस मांग को ठुकरा दिया है। परन्तु व्यापारियों ने इस विषय में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया है। उनका कहना है कि वे सीएम और विभाग के अफसरों से चर्चा कर रहे हैं और समस्या का निराकरण कराएंगे। हड़ताल अब तब तक नहीं टूटेगी। जब तक उनकी समस्या का निराकरण नहीं हो जाता है।
कर्मचारी भी आंदोलन करके मोर्चा खोल चुके
बताया जाता है कि मंडी बोर्ड अफसरों की वादा खिलाफी से न सिर्फ व्यापारी परेशान हैं। बल्कि मंडी में काम करने वाले कर्मचारी भी परेशान हैं। इस समय मंडी समिति और मंडी बोर्ड में अलग-अलग कर्मचारी नियुक्त हैं। मंंडी समिति के कर्मचारियों को मंडी बोर्ड के कर्मचारी के समान ट्रांसफर, प्रमोशन जैसे अनेक लाभ नहीं मिल पाते हैं। इसलिए वे आंदोलन करके मंडी बोर्ड की तरह उन्हें लाभ दिए जाने की मांग कर रहे हैं। पिछले दिनों द तर में ताला लगाकर उन्होंने विरोध जताया था।