इस हफ्ते चलेगी हल्की बूंदाबांदी, आगे मानसून की रवानगी
उज्जैन, अग्निपथ। सितंबर महीने में हुई रिकॉर्ड बारिश से प्रदेश के अन्य जिलों सहित उज्जैन जिले में भी सूखे का संकट खत्म हो गया है। 15 दिन पहले तक उज्जैन में भी सामान्य से बारिश कम हुई थी, लेकिन इसके बाद ऐसी झड़ी लगी कि अब शहर के सभी तालाब 100 प्रतिशत तक भरा गये हंै। उज्जैन भी रेड जोन यानी सूखे की लिस्ट से बाहर हो चुका है।
पश्चिमी हिस्से में आंकड़ा औसत से 3 प्रतिशत अधिक है। सितंबर की औसत बारिश 6 इंच है। इसके मुकाबले साढ़े 10 इंच बारिश अब तक हो चुकी है। जीवाजीराव वेधशाला अधीक्षक राजेन्द्र प्रकाश गुप्त ने बताया कि सितंबर में बारिश के स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव हुए। दूसरे सप्ताह में तेज बारिश हुई। जिसके चलते उज्जैन जिला भी रेड जोन से बाहर निकल गया। इस साल मानसून ने प्रदेश में 24 जून को एंट्री की थी। शुरुआत में अच्छी बारिश हुई, लेकिन जुलाई और फिर अगस्त में मानसून ने बेरुखी दिखाई। इसके चलते बारिश का आंकड़ा कम रहा। सितंबर में मानसून के स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव हो गए। इस कारण तेज बारिश हुई। जिसके चलते उज्जैन के तालाब भी 100 प्रतिशत तक लबालब हो गये।
जिले में औसत वर्षा से अधिक बारिश
इस वर्षा मानसून सत्र में अभी तक जिले में औसत 936.8 मिमी वर्षा हुई है। गत वर्ष इसी अवधि में जिले में औसत 1077.9 मिमी वर्षा हुई थी। 23 सित बर की प्रात: तक जिले में औसत 10.3 मिमी वर्षा हुई है। उल्लेखनीय है कि उज्जैन जिले की औसत सामान्य वर्षा 906.2 मिमी है। जिले में इस वर्षा मानसून सत्र में अभी तक 23 सित बर की प्रात: तक औसत वर्षा 936.8 मिमी हो चुकी है।
गत वर्ष इसी अवधि में जिले में औसत वर्षा 1077.9 मिमी हुई थी। कार्यालय भू-अभिलेख शाखा से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस वर्ष अभी तक जिले की उज्जैन तहसील में 968 मिमी, घट्टिया में 578, खाचरौद में 963, नागदा में 1286.7, बडऩगर में 1069, महिदपुर में 907.8, झारड़ा में 1020.3, तराना में 1008.4 और माकड़ोन तहसील में 630 मिमी वर्षा हो चुकी है। गत वर्ष इसी अवधि में उज्जैन तहसील में 1010 मिमी, घट्टिया में 1132, खाचरौद में 1006, नागदा में 1457, बडऩगर में 893, महिदपुर में 1168, झारड़ा में 953, तराना में 1072 और माकड़ोन तहसील में 1010 मिमी वर्षा हुई थी।
साहिबखेड़ी 82, उंडासा तालाब 100 प्रतिशत भरा
सित बर माह के तीसरी हफ्ते की बारिश ने चहूंओर पानी ही पानी कर दिया था। यहां तक कि लोग भगवान से बारिश बंद करने तक की प्रार्थना करने लगे थे। शांति नगर, सुदर्शन नगर में नाव तक चलाना पड़ीं। बडऩगर में लोगों को हेलीकाप्टर से रेस्क्यू करना पड़ा था। इसी का नतीजा रहा कि उज्जैन जिला रेड जोन से बाहर निकला गया। शहर का उंडासा तालाब 100 प्रतिशत, साहिबखेड़ी 82 प्रतिशत, देवीखेड़ा तालाब 100, सिलारखेड़ी तालाब 100, बामोरा तालाब 100 प्रतिशत तक बारिश के पानी से लबालब भर चुके हैं।