सीएम की चिट्ठी के बाद जांच शुरू
उज्जैन एसपी से झांसी से मिलने आए लड़की के परिजन।
- मुख्यमंत्री कार्यालय से एसपी को जांच के लिए आई चिट्ठी
उज्जैन। पुलिस विभाग में पदस्थ सिपाही संदीप अहिरवार को दहेज में पांच लाख और बुलेट नहीं मिली तो उसने शादी तोड़ दी। जबकि सगाई में 2.50 लाख और तिलक में 8 लाख रुपए लड़की के पिता ने खर्च किया है। शादी टूटने के बाद लड़की के पिता ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाई तो वहां से एसपी को मामले की जांच के लिए चिट्ठी आ गई। एसपी सत्येंद्र शुक्ल ने कहा कि मामला मेरे संज्ञान में है। जांच करवा रहा हूं।
उत्तर प्रदेश के झांसी जिले के सिमिलिया कोछा गांव के रहने वाले भगवानदास अहरिवार ने बताया कि उन्होंने अपनी बेटी की शादी उज्जैन पुलिस में पदस्थ सिपाही संदीप अहिरवार से तय की थी। शादी से पहले सगाई में उन्होंने 4 फरवरी 2019 को 2.50 लाख रुपए तिलक में दिसंबर 2020 को 8 लाख रुपए दिए। इसके अलावा 20 ग्राम की सोने की चैन, 50 ग्राम का लॉकेट, सोने की दो अंगूठी भी दी।
शादी 20 अप्रैल 2020 को तय हो गई। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि शादी से कुछ दिन पहले संदीप के पिता जयराम अहिरवार ने मुझसे कहा कि दहेज में पांच लाख और बुलेट गाड़ी नहीं दोगे तो हम शादी तोड़ देंगे। भगवानदास ने बताया कि मैंने बहुत अनुनय-विनय किया। कहा, मेरे सामर्थ्य में जितना था उतना कर दिया। अब इससे अधिक नहीं कर सकता। बावजूद इसके शादी नहीं हुई।
मुख्यमंत्री कार्यालय से आया पत्र
मामले की जांच के लिए मुख्यमंत्री कार्यालय से एसपी उज्जैन को पत्र आया है। उसमें लिखा है कि मामले की शीघ्र जांच कर उचित कार्रवाई सुनिश्चित करें।