हिरासत से भागने के प्रयास में आरोपी घायल, धरपकड़ में 2 पुलिसकर्मी भी जख्मी, साक्ष्य छुपाने वाला दूसरा ऑटो चालक भी आरोपी, कैमरों से मिला सुराग
उज्जैन, अग्निपथ। मासूम के साथ दरिंदगी करने वाला दरिंदा 72 घंटे बाद गुरुवार को हिरासत में आ गया। पुलिस उसे तस्दीक के लिये घटनास्थल लेकर पहुंची। जहां से दरिंदे ने भागने का प्रयास किया और पुलिस टीम पर पथराव किया, लेकिन गड्डे में गिरकर घायल हो गया। धरपकड़ में 2 पुलिसकर्मी घायल हुए है।
बडऩगर रोड मुरलीपुरा से बेसुध हालत में मिली 13 साल की मासूम से दुष्कर्म की पुष्टि होने पर एसपी सचिन शर्मा ने दरिंदगी करने वाले की धरपकड़ के लिये एसआईटी गठित की थी। टीम के 28 सदस्य लगातार महाकाल, नीलगंगा, देवासगेट थाना क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगालने में लग गये। जिसमें मासूम बस स्टेंड पर एक आटो रिक्शा में सवार होती दिखाई दी। एसआईटी ने मासूम के जाने वाले रास्ते को ट्रेक किया, इस दौरान पांच आटो की जानकारी सामने आई।
सभी को एक-एक कर पूछताछ के लिये हिरासत में लिया गया। एक आटो पर अर्जुन लिखा होना सामने आया। जिसका नंबर एमपी 13 आर 4587 सामने आया। गुरुवार को नानाखेड़ा थाना क्षेत्र के महाकाल वाणिज्य केन्द्र में रहने वाले चालक भरत पिता राजू सोनी (24) को हिरासत में लिया गया और सख्ती से पूछताछ की गई। उसने मासूम के साथ दरिंदगी करना कबूल लिया।
देर शाम पुलिस उसे घटना की तस्दीक के लिये जीवनखेड़ी लेकर पहुंची। जहां से दरिंदे ने पुलिस के साथ धक्का मुक्की कर भागने लगा। पुलिस जवानों ने उसे पकडऩे के लिये दौड़ लगाई, दरिंदे ने पथराव कर दिया। एसआई प्रतिक यादव और प्रधान आरक्षक सुनील पाटीदार घायल हो गये, लेकिन पुलिस टीम ने दरिंदे को दबोच लिया, वह कच्चे रास्ते पर गड्ढे में गिरने से घायल हो गया था। जिसे उपचार के लिये अभिरक्षा में भर्ती किया गया है।
चार दिन पहले सतना से हुई थी लापता
एसपी सचिन शर्मा ने बताया कि बेसुध हालत में मिली मासूम से दरिंदगी होना सामने आने के बाद से वह काफी डरी-सहमी थी, अपने और परिवार के बारे में कुछ बता नहीं पा रही थी। पुलिस उसके माता-पिता का पता लगाने का प्रयास कर रही थी। बुधवार रात सामने आया कि मासूम सतना की रहने वाली है और 24 सितंबर से लापता है। सतना पुलिस से संपर्क कर किया गया है। गुरूवार-शुक्रवार रात तक सतना पुलिस उज्जैन पहुंचेगी।
उनके आने के बाद ही मासूम के बारे में स्पष्ट जानकारी मिल पायेगी। फिलहाल इतना पता चला है कि उसके लापता होने पर सतना पुलिस ने धारा 363 का प्रकरण दर्ज किया था। मासूम की मां उसे बचपन में छोडक़र जा चुकी थी। मासूम अपने दादा और पिता के साथ रहती थी। सतना पुलिस के अनुसार मासूम की दिमागी हालत भी ठीक नहीं है।
महाकाल टीआई मासूम की करेंगे देखरेख
मासूम के साथ हुई दरिंदगी के बाद उसके प्रायवेट पार्ट में गंभीर चोंट होना सामने आया था। उसे उपचार के लिये इंदौर एम वाय अस्पताल में भर्ती किया गया है। जहां उसका सफल ऑपरेशन पुलिस ने कराया है। मासूम का परिवार काफी गरीब परिस्थिति का है और बकरी चराने का काम करता है। यह जानकारी सामने आने पर महाकाल थाना टीआई ने मासूम की देखरेख करने के साथ उसके पढाई-लिखाई की जिम्मेदारी उठाने की बात कहीं है। मासूम के बालिग होने तक थाना प्रभारी देखरेख करेंगे।
शांतिनगर के चालक को बनाया आरोपी
एसपी सचिन शर्मा ने बताया कि मासूम के साथ घटना जीवनखेड़ी में होना सामने आई है। दरिंदगी करने के बाद दरिंदा भाग निकला था, उस दौरान मासूम अकेली बदहवास हालत में शांतिनगर में रहने वाले आटो चालक राकेश ने उसे अपनी आटो में बैठा लिया था और हाटकेश्वर ले जाकर छोड़ दिया था। उसने मासूम की हालत देखने के बाद भी पुलिस को सूचना नहीं दी, जिसके चलते मासूम 8 से 10 किलोमीटर तक भटकती रही। उक्त आटो चालक को भी साक्ष्य छुपाने का आरोपी बनाया गया है।