शाम 6 बजे कोर्ट लेकर पहुंची पुलिस, लोगों में दिखा गुस्सा
उज्जैन, अग्निपथ। मासूम से दरिंदगी करने वाले आरोपी के गिरफ्त में आने के बाद शुक्रवार को पिता ने बोला पुलिस ने उसे क्यों पकड़ा, गोली मार देते। अगर बेटे ने अपराध किया है तो मौत की सजा मिलना चाहिये। भाई ने भी कठोर दंड की बात कहीं है।
सतना की मासूम के साथ जीवनखेड़ी में दरिंदगी होने का मामला सामने आने के बाद पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों की मदद से आरोपी की पहचान करते हुए नानाखेड़ा क्षेत्र से आटो चालक भरत पिता राजू सोनी (26) को गुरूवार दोपहर गिरफ्तार कर लिया था। महाकाल पुलिस उसे घटनास्थल लेकर पहुंची थी, जहां से आरोपी ने भागने का प्रयास किया और गड्डे में गिरने से आरोपी घायल हो गया।
भाई का है ऑटो, निधन हो चुका है एक साल पहले
मामले का खुलासा होने और आरोपी द्वारा दुष्कर्म करना स्वीकार करने पर शुक्रवार को उसके पिता सामने आये। उन्होने कहा कि बच्ची के साथ बहुत गलत हुआ। बेटी तो बेटी होती है, किसी की भी हो। ऐसे अपराधी को मौत की सजा मिलना चाहिये। मेरे बेटे ने अपराध किया है तो उसे मौत की सजा मिलना चाहिये। पुलिस ने उसे क्यों पकड़ा गोली मार देना था। पिता का कहना था कि 6 माह से आटो चला रहा था। आटो उसके भाई अर्जुन का है, जिसका सालभर पहले निधन हो चुका है। भरत का एक भाई और है, जो दुकान चलता है, पुलिस भरत को दुकान से पकडक़र ले गई थी।
कोर्ट परिसर में दिखा आक्रोश
आरोपी के गिरफ्त में आने और गिरने से घायल होने पर उसे रातभर जिला अस्पताल में भर्ती रखा गया। शुक्रवार दोपहर पुलिस उसे विशेष न्यायधीश की कोर्ट में पेश करने वाली थी, लेकिन उसकी दरिंदगी को देख अभिभाषको में आक्रोश दिखाई दिया। वकीलों ने पहले ही आरोपी को केस लडऩे से इंकार कर दिया था। अभिरक्षा में होने पर पुलिस उसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाले हुए थी।
कोर्ट परिसर में भीड़ लगती देख पुलिस कंट्रोल रूम पर पेशी करने का निर्णय लिया गया। वहां भी आक्रोश दिखाई देने पर पुलिस देर शाम तक उसे पेश करने का इंतजार करती रही। शाम को कोर्ट का समय खत्म होने के बाद उसे एंबुलेंस से 6 बजे पास्को एक्ट कोर्ट में न्यायाधीश के समक्ष पेश किया गया। जहां से न्यायिक हिरासत में भेजा गया। आरोपी के घायल होने पर उसे उपचार के लिये इंदौर ले जाया गया है। जिला अस्पताल से डॉक्टरों ने उसे पहले ही रैफर कर दिया था।
सोमवार को बडऩगर मार्ग पर मिली थी मासूम
गौरतलब हो कि 25 सितंबर को मासूम अद्र्धनग्न हालत में बडऩगर मार्ग दांडी आश्रम के सामने बेसुध हालत में मिली थी। सूचना मिलने पर पुलिस उसे उपचार के लिये चरक भवन ले गई थी। जहां रात 11 बजे मासूम के साथ दरिंदगी होना सामने आया था। वह मानसिक रूप से कमजोर थी और कुछ बता पाने की स्थिति में नहीं थी।
एसपी ने दरिंदे को तलाशने और मासूम के परिजनों को पता लगाने के लिये एसआईटी गठित की थी। जहां 72 घंटे में आरोपी को तलाश लिया गया था, वहीं सामने आया था कि मासूम सतना की रहने वाली है, जहां उसके दादा की शिकायत पर पुलिस ने 24 सितंबर को अपहरण का केस दर्ज किया है। मासूम को आटो चालक रेलवे स्टेशन से बैठाकर अपने साथ ले गया था।
बच्ची की मदद के लिये बढऩे लगे हाथ
मासूम के साथ हुई दरिंदगी के बाद उसका इंदौर में उपचार चल रहा है, मासूम के साथ हुई घटना पूरे देश में फैल गई थी और काफी आक्रोश दिखाई दिया था। जिसके बाद महाकाल टीआई अजय वर्मा ने मासूम की पढ़ाई-लिखाई और शादी का खर्च उठाने के साथ देखरेख की बात कहीं थी। टीआई की मंशा सामने आने के बाद कई लोग भी मासूम की मदद के लिये हाथ बढ़ाने लगे। समाजसेवी महेश सितलानी ने एक लाख रुपये की मदद करने की बात कहीं। इंदौर के डॉ. विनोद भंडारी ने मासूम की मदद करते हुए उसका मानसिक उपचार और अन्य उपचार का खर्च उठाने की बात कहीं। कई लोग मासूम की मदद के लिये आगे आ रहे हैं।