पुलिस ने दोनों वारदात के आरोपी को दबोचा
तराना, अग्निपथ। थाना क्षेत्र के क्रमश ग्राम करंज व ग्राम आबादखेड़ी में हुई हत्या के मामले में पुलिस ने सक्रियता के साथ आरोपियों को दबोचने में सफलता प्राप्त की। खास बात यह रही कि आबादखेड़ी में कुएं में युवक की लाश मिलने के मामले में हत्या का प्रकरण दर्ज कर पुलिस ने दूसरे दिन ही अंधे कत्ल के आरोपी को भी पकड़ लिया है।
एसडीओपी बृजेश श्रीवास्तव एवं टीआई रमेश चंद्र कल्थिया ने मीडिया को बताया कि 27 सितंबर को डायल 100 पर सूचना मिली थी कि ग्राम करंज में एक महिला की हत्या हो गई। मौके पर पुलिस पहुंचने पर पाया गया कि विजय पिता जगदीश परमार निवासी करंज की पत्नी कविता बाई घर के सामने मृत पड़ी है और सिर से खून बह चुका था।
पड़ोसी से पूछताछ में मालूम हुआ कि विजय व उसकी पत्नी मे विवाद होता रहता है। घटना के पहले भी घर से झगड़े की आवाज आ रही थी। पुलिस ने विजय से कड़ी पूछताछ की। तब उसने अपनी पत्नी के सिर पर घांस काटने के दराते से वार कर हत्या करना क़ुबूल किया। पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल दराता व खून लगे कपडे भी बरामद किये। उक्त मामले में टी आई कल्थिया, एस आई. हरिराम अंगोरिया, सउनि रमेश सेन, सैनिक चंद्रनारायण शर्मा, आनंदी लाल का सहयोग रहा।
नशे में पंखा लगाने को लेकर हुआ विवाद, साथ की कर दी हत्या
इसी प्रकार ग्राम आबाद खेती के कुएं में युवक की लाश पानी में तैरने की सूचना पुलिस को मिलने के बाद पुलिस हरकत में आई और टी आई ने पुलिस टीम को मौके पर रवाना किया। एस आई. सत्येंद्र चौधरी ने अपने साथियो की उपस्थिति मे कुए से शव बाहर निकलवाया। मृतक के गले मे टॉवेल से पत्थर भी बंधा पाया गया। जांच में जानकारी मिली कि मृतक सोयाबीन काटने अपने साथियों के साथ आया था और 24 सितंबर से लापता था।
इस अंधे कत्ल के मामले मे मृतक के साथियो से पूछताछ शुरू की गई तब जानकारी मे आया कि मृतक कान्तिलाल उर्फ कांतु निवासी खैरदा थाना बाजना का हो कर धुलिया भील जाति का है जो आबाद खेड़ी के किसान सौदान सिंह के यहाँ अन्य साथियों के साथ काम पर आया था। पुलिस ने मृतक के साथियों से पूछताछ की तो मृतक कांतिलाल की उसी के साथी कांलू उर्फ बालू भील से शराब के नशे मे हवा का पंखा लगाने की बात पर विवाद हुआ था। संदेह में कालू भील से पूछताछ पुलिस ने शुरू की और वो टूट गया। आरोपी ने हत्या करना क़ुबूल करते हुए बताया कि रात 11बजे टॉवेल से मृतक का गला दबाकर पत्थर टॉवेल से गले मे बांधकर कांतिलाल को कुएं में फेंक दिया था।