उज्जैन, अग्निपथ। बीमार वृद्ध की उपचार के दौरान हुई मौत के बाद जिला अस्पताल में रात को हंगामे की स्थिति बन गई। परिजनों से स्टाफ से अभद्रता की। सूचना मिलने पर कोतवाली पुलिस पहुंची और मामला शांत कराया।
जीवाजीगंज थाना क्षेत्र के मौलाना आजाद मार्ग से वृद्ध अख्तर रहमान को परिजन बीमारी की हालत में रविवार शाम को जिला अस्पताल लेकर पहुंचे थे। हालत गंभीर होने पर डॉक्टरों ने उपचार के लिये भर्ती किया, रात 1 बजे वृद्ध की मौत हो गई। परिजनों ने उपचार में लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। स्टॉफ के साथ अभद्रता की और झूमाझटकी करने लगे। हंगामे की सूचना मिलने पर कोतवाली पुलिस पहुंची और परिजनों को समझाकर मामला शांत किया। इस दौरान अस्पताल में अफरा-तफरी की स्थिति बन गई थी।
मेडिकल कॉलेज में हुआ विवाद
बताया जा रहा है कि रात में आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज में भी प्रशिक्षु डॉक्टरों के 2 पक्षों में विवाद हो गया। हंगामे की खबर मिलते ही चिमनगंज थाना पुलिस मेडिकल कॉलेज पहुंची और दोनों पक्षों के डॉक्टरों को थाने लाया गया। जहां एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप किये जाने लगे। पुलिस ने मामले में प्रकरण दर्ज कराने की बात कही तो दोनों पक्षों ने आपसी सहमती से राजीनामा कर लिया। पुलिस ने समझाईश देकर सभी को रवाना किया।
लिपिक का शव घर में रखा रहा, साथी कराते रहे अभिनंदन
उज्जैन, अग्निपथ। उज्जैन शिक्षा विभाग में कार्यरत लिपिक का निधन हो गया था। वहीं शिक्षा विभाग के कई शिक्षक स मान समारोह में व्यस्त रहे। इसको लेकर शिक्षा जगत में बेहद नाराजगी है। सोशल मीडिया में पर लोग आयोजकों के खिलाफ गुस्सा निकाल रहे हैं। बताया जाता है कि एक अक्टूबर को शिक्षा विभाग के लिपिकि कमलेश भार्गव का निधन हो गया था। साथी कर्मचारियों को इसकी सूचना मिलने के बाद भी वे स मान समारोह में व्यस्त रहे। जब इस बात की जानकारी विभाग और अन्य लोगों को लगी तो सोशल मीडिया पर लानत-मलानत भेजना शुरू कर दिया था। वहीं दूसरी तरफ संयुक्त कर्मचारी मोर्चा के अध्यक्ष मानसिंह चौहान ने कमलेश भार्गव के निधन पर श्रद्धांजलि दी है।