उज्जैन, अग्निपथ। महाकाल मंदिर में भगवान महाकाल को अर्पित की गई मूल्यावान वस्तुओं और धातुओं का मूल्यांकन किया जा रहा है। इसके लिए गठित समिति लगातार निरीक्षण कर रही है। सभी वस्तुओं की सूची बनाए जाने के निर्देश भी दिए गए हैं। उक्त जानकारी समिति के पदेन अध्यक्ष महापौर मुकेश टटवाल ने दी।
महापौर ने बताया कि श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा भगवान श्री महाकालेश्वर को अर्पित की गई मूल्यवान वस्तुओं के सत्यापन एवं उपयोग हेतु एक समिति का गठन किया गया है, जिसकी बैठक सोमवार को पदेन अध्यक्ष महापौर मुकेश टटवाल की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में समिति द्वारा चर्चा करते हुए महाकालेश्वर मंदिर में आने वालीं मूल्यवान वस्तुओं के मूल्यांकन की पंजी राजिस्टर का अवलोकन किया। साथ ही कितनी सं या में मूल्यवान वस्तुएं आ रही है इसका भी मूल्यांकन करते हुए समिति द्वारा कोठार का भी निरीक्षण किया जाकर सामग्री का प्रत्यक्ष रुप से अवलोकन किया गया।
समिति के अध्यक्ष एवं महापौर मुकेश टटवाल द्वारा जानकारी देते बताया कि समिति द्वारा मंदिर में आने वाली सभी मूल्यवान वस्तुओं सोना, चांदी, अन्य सभी सामग्रियों का आकलन किया जा रहा है साथ ही समिति द्वारा आगामी बैठक में यह निर्णय लिया जाएगा कि मंदिर में आने वाले सोने, चांदी का उपयोग कहां किया जा सकता है।
श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति की बैठक में निर्णय पारित करते हुए एक समिति का गठन किया गया है जिसमें महापौर मुकेश टटवाल पदेन सदस्य महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति को अध्यक्ष बनाया गया है साथ ही सदस्य के रूप में प्रदीप गुरू, राजेन्द्र शर्मा, राम शर्मा , अतिन जडिय़ा मूल्यांकनकर्ता, आर.के. तिवारी सहायक प्रशासनिक अधिकारी एवं सचिव को शामिल किया गया है। समिति द्वारा श्री महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं द्वारा अर्पित की गई मूल्यवान धातुएं, स्वर्ण, रजत इत्यादि की सामग्रियां जो मंदिर के कोठार शाखा द्वारा संग्रहित की जाती है उक्त सामग्रियों के सत्यापन एवं उपयोग करने के संबंध में विस्तृत प्रतिवेदन तैयार किया जाएगा।