प्रदुषण विभाग की टीम ने उज्जैन से आकर दो सेम्पल लिए
नागदा, अग्निपथ। चंबल नदी के मेहतवास घाट पर सोमवार की सुबह अचानक लाल रंग का जहरीला रसायन दिखाई देने से क्षेत्र में हडक़ंप मच गया। रहवासियों ने मामले से पार्षद को अवगत कराया, पार्षद ने एसडीएम, कलेक्टर से शिकायत की। शिकायत के बाद दोपहर में प्रदुषण विभाग की उज्जैन से नागदा आई और सेम्पलिंग की कार्यवाही की।
चंबल नदी का जलस्तर कम होने के बाद लाल रंग का रसायन निकलना सामान्य बात है, लेकिन चंबल नदी में लबालब जलस्तर होने के बाद एकाएक पानी लाल होने की घटना से क्षेत्र में हडक़ंप मच गया प्रतिदिन मंदिर में पर जलाभिषेक करने वाले श्रद्धालुओं ने मामले की शिकायत पार्षद गोलू यादव से की। पार्षद यादव ने कलेक्टर और एसडीएम को मामले से अवगत कराया।
पार्षद यादव ने बताया कि चंबल नदी के पानी का उपयोग नगरपालिका नागदा, खाचरौद एवं रेलवे पेयजल के रुप में करती है ऐसे में यदि लगातार लाल रंग का रिसाव नहीं में हो रहा है तो यह जनस्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। मप्र प्रदुषण विभाग उज्जैन की टीम दोपहर ढाई बजे मेहतवास घाट पर पहुंची, इस दौरान नायब तहसीलदार रामचंद्र वक्तारिया उन्हेल, सेम्पलर रामपुरिया शर्मा आदि मौजूद रहे। टीम शामिल सदस्यों ने दो सेम्पल लिए, जिसको जांच के लिए भेजा जाएगा।
पार्षद यादव ने कहा कि स्थानीय उद्योगों का कहा है कि जीरो डिस्चार्ज है इसके बाद लाल रसायन कहा से आ रहा है यदि कोई व्यक्ति चंबल नदी के पानी को दुषित करने का प्रयास कर रहे है तो स्थानीय प्रशासन को खिलाफ ठोस कार्यवाही करना चाहिए।