पूजा पाठ के बाद स्थानांतरित किये मंदिर, तैनात रहा पुलिस बल
उज्जैन, अग्निपथ। मासूम के साथ दुष्कर्म करने वाले आरोपी का बुधवार को नगर निगम की टीम ने पुलिस बल की मौजूदगी में मकान तोड़ दिया। आरोपी के परिवार ने अवैध कब्जा कर मकान बना रखा था।
महाकाल पुलिस ने 25 सितंबर को सतना की रहने वाली मासूम के साथ दुष्कर्म होने का मामला दर्ज करने के बाद तीसरे दिन सीसीटीवी कैमरों की मदद से आरोपी भरत पिता राजू सोनी (24) निवासी नानाखेड़ा को गिरफ्तार किया था। दुष्कर्म के बाद 12 साल की मासूम को हालत बिगडऩे पर इंदौर अस्पताल में भर्ती किया गया था। आरोपी के गिरफ्त में आने के बाद उसका मकान तोडऩे की मांग उठ रही थी।
प्रशासन ने मकान को लेकर नगर निगम से जानकारी मांगी। मकान शासकीय भूमि पर अवैध कब्जा कर बनाया गया था। नगर निगम ने मंगलवार को मकान अवैध होने का नोटिस जारी कर दिया। बुधवार सुबह से आरोपी का परिवार अपना सामान हटाने में लग गया था। प्रशासन ने दोपहर तक की मोहलत दी थी।
शाम 4 बजे नगर निगम की अतिक्रमण गैंग नानाखेड़ा पहुंच गई। आरोपी के परिवार ने दो हिस्सों में कब्जा कर रखा था। पहले एक हिस्से पर जेसीबी चलाई गई। दूसरे हिस्से में जहां परिवार निवास कर रहा था, वहां तीन मंदिर बना रखे थे। प्रशासन ने मंदिरों को हटाने के लिये पहले पूजा पाठ कराई उसके बाद माता की प्रतिमा, भोलेनाथ की प्रतिमा के साथ भैरव प्रतिमा को दूसरे स्थान पर स्थानांतरित किये जाने के लिये हटाया। जिसके बाद दूसरा हिस्सा भी जमीदोंज कर दिया गया।
इस दौरान एसडीएम, नगर निगम इंजीनियर, क्षेत्रीय पार्षद, निगम झोन 6 के अधिकारी सहित नानाखेड़ा सीएसपी, टीआई के साथ भारी पुलिस बल तैनात था।
परिवार बोला अब कहां जाएंगे हम
नगर निगम टीम के साथ पुलिस को देख आरोपी की मां और भाभी मासूम बच्चों के साथ मकान टूटने पर बिलख पड़ी। रोते हुए मां का कहना था कि बच्चों को लेकर कहां जाऊंगी। बेटे ने गलत काम किया है, उसे सजा दी जाये। आरोपी के पिता राजू सोनी को पहले से पता था कि अब उसका मकान टूटने से नहीं बच पायेगा। उसने पहले बेटे को फांसी पर चढ़ाने और गोली मारने की बात कह दी थी। आरोपी के तीन भाई है, एक का आठ माह पहले निधन हो चुका है। परिवार में माता-पिता के साथ एक भाई और दो भाभियों के साथ उनके तीन बच्चे हैं।
अब चालान पेश करने की तैयारी में पुलिस
मासूम के साथ दरिंदगी करने वाले आरोपी को महाकाल पुलिस ने गिर तार करने के बाद 29 सितंबर को न्यायालय में पेश किया था। जहां से न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। आरोपी ने पुलिस कस्टडी से भागने का प्रयास किया था, जिसका एक पैर टूट गया था। न्यायिक हिरासत में उसका उपचार इंदौर एम व्हाय अस्पताल में चल रहा है। उसे 8 अक्टूबर को न्यायालय में पेश किया जाएगा। इस दौरान पुलिस उसके खिलाफ चालान भी न्यायालय में प्रस्तुत कर सकती है। टीआई अजय वर्मा के अनुसार आरोपी के खिलाफ सभी साक्ष्य एकत्रित करने के साथ डीएनए जांच की प्रक्रिया को पूरा किया जा रहा है। एक माह में उसे फास्ट ट्रेक कोर्ट से सख्त सजा दिलाने का प्रयास किया जाएगा।