उज्जैन, अग्निपथ। जय आदिवासी युवा शक्ति संगठन (जयस) ने बुधवार को पुलिस कंट्रोलरूम का घेराव किया और समाज की महिला के साथ मारपीट करने वालों के खिलाफ कार्रवाई और महिला व उसके पुत्र पर दर्ज प्रकरण की निष्पक्ष जांच करने की मांग रखी।
जयस संगठन के पदाधिकारी और कार्यकर्ता सैकड़ों की सं या में दोपहर को पुलिस कंट्रोलरूम पहुंचे थे। उन्होने एएसपी जयंतसिंह राठौर को पुलिस अधीक्षक के नाम ज्ञापन सौंपते हुए बताया कि 27 जुलाई को समाज की महिला ममता ाील अपने पुत्र अंकित के साथ मोतीबाग से जा रही थी। रास्ते में सुनील कसेरा, उसकी पत्नी ने पुराने विवाद में रोक लिया और परिवार के साथ मिलकर लात-घूसों से मारपीट की। पुलिस ने वास्तविक स्थिति के आधार पर रिपोर्ट दर्ज ना करते हुए विपरित रिपोर्ट दर्ज की और ममता एवं उसके पुत्र पर धारा 307 का प्रकरण दर्ज कर लिया।
जयस संगठन ने कसेरा परिवार और पुलिस पर मिलीभगत का आरोप लगाते हुए निष्पक्ष जांच की मांग रखी। उनका कहना था कि घटना का सीसीटीवी भी सामने आया है। जिसके आधार पर कसेरा परिवार के खिलाफ भी कार्रवाई की जाये, एएसपी ने मामले में जांच के बाद आगे की कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
जमीन विवाद में परिवार के बीच चले हथियार, 7 घायल
उज्जैन, अग्निपथ। आगर रोड पर एक ही परिवार के बीच जमीन विवाद में बुधवार को हथियार चल गये। दोनों ने एक दूसरे पर हमला किया, सात लोग घायल हुए है। पुलिस ने दोनों पक्षों की ओर से प्रकरण दर्ज किया है। चिमनगंज थाना पुलिस ने बताया कि ग्राम सुरासा में रहने वाले मानसिंह आंजना और उसके भाईयों लालसिंह, बाबू, केसरसिंह, कमलसिंह के बीच कुछ समय से जमीन बंटवारे को लेकर विवाद चला आ रहा है। दोनों पक्षों के बीच का मामला न्यायालय में विचाराधीन भी है।
बुधवार दोपहर जमीन को लेकर सभी आमने सामने हो गये और एक दूसरे पर चाकू, डंडे, पत्थरों से हमला कर दिया। हमले में परिवार की महिलाएं भी शामिल हो गई। गांव वालों ने बीच-बचाव किया, इस दौरान एक पक्ष से मानसिंह, उसका पुत्र संजय और भगवानसिंह घायल हो गये। दूसरे पक्ष से केसरसिंह, बाबूलाल, लालसिंह, रविसिंह और एक महिला को चोंट आई है। पुलिस ने सभी घायलों का मेडिकल परीक्षण करने के बाद क्रास प्रकरण दर्ज कर जांच में लिया है। दोनों पक्ष एक-दूसरे पर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर 2 बीघा जमीन पर का कब्जा करने का आरोप-प्रत्यारोप लगाकर रहे है।