रेलमंत्री वैष्णव का ऐलान, 60 फीट चौड़ा रूफ प्लाजा बनेगा
उज्जैन, अग्निपथ। इंदौर-1 क्षेत्र में शुक्रवार को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव आए। उन्होंने लक्ष्मीबाई रेलवे स्टेशन का दौरा किया और इसके विस्तार की प्लानिंग का ब्योरा दिया। उन्होंने कहा कि इंदौर में छह दिशा में रेलवे लाइन जुडऩे जा रही है। इनमें खंडवा, दाहोद, मनमाड़, जबलपुर वाया बुधनी नए रास्ते होंगे। इंदौर स्टेशन को इस तरह बनाएंगे कि महाकाल की संस्कृति की झलक दिखाई देगी। जल्द ही ड्रॉइंग और प्लानिंग तैयार कर ली जाएगी।
लक्ष्मीबाई स्टेशन पर भी रानी कमलापति स्टेशन भोपाल की तर्ज पर 60 फीट चौड़ा रूफ प्लाजा (छत) डेवलप किया जाएगा। यह बच्चे खेल सकेंगे। लोग बगैर स्टेशन आए ही इस पार से इंदौर की दूसरी पार जा सकेंगे।
रेल मंत्री वैष्णव ने कहा कि लक्ष्मीबाई नगर के आसपास नया इंदौर बन रहा है इसलिए इसे नया रेलवे हब बनाएंगे। इंदौर के आसपास में मल्टी मॉडल कार्गो टर्मिनल (गति शक्ति कार्गो टर्मिनल) बना रहे हैं। इससे इंदौर के औद्योगिक विकास को गति मिलेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में रेलवे का विकास हो रहा है।
लक्ष्मीबाई स्टेशन रूफ पर नेस्क्ट लेवल का डेवलपमेंट होगा
यहां खाने-पीने और बच्चों के खेलने सहित मनोरंजन के अन्य साधन उपलब्ध रहेंगे। यहां का विकास अलग लेवल का होगा। ऐसे में इंदौर के आसपास के चार स्टेशनों को विकसित करना होगा। ट्रेनों के मेंटनेंस के लिए अलग से सेंटर बनेगा। कार्गो से सामान लाने-ले जाने के लिए भी विकास करेंगे।
बाणगंगा क्षेत्र का भी विकास होगा, ताकि उज्जैन व एयरपोर्ट जाना आसान हो
भाजपा महासचिव और इंदौर-1 के भाजपा प्रत्याशी विजयवर्गीय ने कहा कि मैंने रेलमंत्री से निवेदन किया था कि वे एक बार इंदौर रेलवे स्टेशन का निरीक्षण करें। पहले प्लान ये था कि केवल भागीरथपुरा तक बनेगा। अब ये स्टेशन बाणगंगा साइड भी बनेगा। और बाणगंगा साइड भी उतना ही विकास होगा। बाणगंगा साइड से एस्केलेटर और लिफ्ट भी लगाई जाएगी। आईडीए ने भी भागीरथपुरा से लक्ष्मीबाई नगर तक 15 करोड़ रुपए लागत की एक सडक़ स्वीकृत की है। इससे कनेक्टिविटी सुधर जाएगी। इसी प्रकार बाणगंगा से रेलवे स्टेशन तक 80 फीट की सडक़ नगर निगम ने स्वीकृत कर दी है।
इसके आसपास की सरकारी जमीन पर कार्गो विकसित किए जाएंगे। कंटेनर अब लक्ष्मीबाई नगर स्टेशन पर अपलोड होकर सीधे मुंबई जाएंगे। इससे पीथमपुर इंडस्ट्रियल एरिया को एक्सपोर्ट में आसानी होगी। प्रशासन को सरकारी जमीन खाली कराने के लिए कहा है, ताकि यहां विकास हो सके। उज्जैन और एयरपोर्ट जाने वालों को भागीरथपुरा से आसानी रहेगी।
इंदौर-1 में विकास तो हुआ है पर इंटीग्रेटेड नहीं। जैसे अभी यहां मॉल नहीं है, खेल की कोई बड़ी सुविधा नहीं है, बाणेश्वर कुंड के पास स्वीमिंग पुल बनाने के लिए पत्र लिखा है। कॉलेज, 10 करोड़ की लागत से ई-लाइब्रेरी बनाएंगे, 100 बैड के हॉस्पिटल को 300 बैड का हॉस्पिटल बनाएंगे।