हादसा: बडऩगर रोड पर कार रैलिंग तोड़ गंभीर नदी में गिरी, चार घंटे रेस्क्यू के बाद देवर-भाभी का शव मिला, पति की तलाश

उज्जैन,अग्निपथ। बडऩगर रोड़ स्थित गंभीर नदी पर देर रात निजी कंपनी का अधिकारी उसकी पत्नी व छोटा भाई कार सहित नदी में जा गिरे। हादसे में तीनों की मौत हो गई। रविवार सुबह पुलिस ने रेस्क्यू ऑपरेशन कर देवर-भाभी के शव तलाश लिए, लेकिन पति का रात तक पता नहीं चला। मामले में चिंतामण पुलिस मर्ग कायम कर जांच कर रही है।
बिहार के सिवान बालौदा निवासी अविनाश तिवारी पत्नी प्रियंका व छोटे भाई अनुराग के साथ छोटे भाई अनुराग के साथ यूपी 78 जीएच 6324 से भाई अभय से मिलने बड़ोदरा के लिए निकले थे।

कटक आईजी के रिश्तेदार

शनिवार रात तीनों से संपर्क टूटने पर अभय के साले उड़ीसा स्थित कटक के आईजी अमितेंद्रनाथ सिंहा ने एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ला को तीनों को तलाशने का कहा। एसपी ने मोबाइल से लोकेशन निकाली तो बडऩगर रोड की निकली थी। पुलिस उन्हें तलाशती इससे पहले ही सुबह करीब 8 बजे नलवा के पास स्थित गंभीर नदी के पुल की रैलिंग टूटी और पानी में तेल पड़े होने का पता चल गया। हादसे की शंका में पुलिस ने होमगार्ड की मदद रैस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। बाद में इंदौर से भी गोताखोर बुलाए। काफी प्रयास के बाद दोपहर करीब 1.30 बजे कार निकाली। उसमें अनुराग व प्रियंका का शव मिल गया, लेकिन अविनाश का पता नहीं चला। अब होमागार्ड का दल सोमवार सुबह पुन: तलाश करेगा।

दो माह पहले हुई थी शादी

पुलिस को मिली जानकारी के अनुसार अविनाश निजी कंपनी में कार्यरत था। 30 नवंबर 2020 को उसकी कानपुर निवासी प्रियंका से शादी हुई थी। शादी से तीन दिन पहले ही 27 नवंबर को कार खरीदी थी। बड़ोदरा जाते समय कार अविनाश ही चला रहे थे। पास की सीट पर प्रियंका व पीछे अनुराग बैठा था। संभवत: ड्राइविंग सीट का दरवाजा खुलने के कारण अविनाश नदी में गहराई में चला गया।

एसपी पहुंचे घटना स्थल

हादसे के बाद अफवाह फैल गई थी कि घटना ग्वालियर आईजी संतोष सिंह के परिवार के साथ हुई है। एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ल के पहुंचने पर इस बात को बल भी मिला। हालांकि बाद में स्थिति स्पष्ट हुई। सीएसपी वंदना चौहान, ट्रैफिक डीएसपी सुरेंद्रसिंह, टीआई पवन कुमार, टीआई प्रवीण पाठक व टीआई अशोक शर्मा भी तैनात रहे और क्रेन की मदद से कार निकलवाने के बाद शवों को जिला अस्पताल पहुंचाया।

भाई पहुंचा, आज पीएम

पुलिस के अनुसार कार में भारी मात्रा में प्रतियोगिता परीक्षा की किताबे भी मिली है। इसकी वजह नहीं पता। अविनाश के भाई अभय शाम को पहुंच गए। लेकिन उन्होंने अब तक कुछ नहीं बताया। अब सोमवार सुबह अविनाश की तलाश में फिर रैस्क्यू ऑपरेशन चलाया जाएगा। दोनों शव अभय को सोंपे जाएंगे। क्रियाक्रम स्थल वह तय करेंगे।

शाम तक रेस्क्यू आपरेशन चलाया गया। शव नहीं मिला। सोमवार को पुन: प्रयास करेंगे। – संतोष कुमार जाट, डिस्ट्रिक कमांडेड होम गार्ड

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