फैसले की खबर बाहर आते ही लोगों में दहशत, स्टे के डर से लिस्ट जारी नहीं की
उज्जैन, अग्निपथ। उज्जैन विकास प्राधिकर ने हरिफाटक मार्ग की बेगमबाग कालोनी के 34 लोगों की लीज निरस्त कर दी है। यह फैसला प्राधिकरण संचालक मंडल की बैठक में लिया गया है। बैठक में कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम, प्राधिकरण सीईओ संदीप सोनी, अध्यक्ष श्याम बंसल समेत अन्य विभागों के अफसर मौजूद थे।
प्राधिकरण के जनसंपर्क विभाग की तरफ से जारी प्रेस नोट में बताया गया है कि अध्यक्ष श्याम बंसल की अध्यक्षता में फैसला लिया गया है कि हरीफाटक योजना के 34 भूखंडों की लीजडीड को निरस्त किया गया है। उक्त आवंटियों द्वारा लीजडीड और आवंटन शर्तों का उल्लंघन किया जा रहा था। मतलब आवासीय के स्थान पर व्यवसायिक इस्तेमाल किया जा रहा था। मौके पर संपत्ति का विभाजन कर दिया गया है जबकि उक्त संपत्ति का विभाजन नहीं किया जा सकता है।
कई आवंटियों द्वारा लीज की समय सीमा समाप्त होने के बाद भी नवीनीकरण नहीं कराया गया है। कई लोगों ने अपनी संपत्ति प्राधिकरण की अनुमति के बगैर ही हस्तांतरित कर दी है। जो नियमों के वितरीत है, इसलिए 34 लोगों की लीज निरस्त की गई है। 400 लोगों को नोटिस दिया गया था।
मामले की जानकारी लगते ही लोग अध्यक्ष और सीईओ से संपर्क करने के लिए फोन लगाते रहे। दोनों ने ही फोन उठाना बंद कर दिए थे। इससे लोग परेशान होते रहे। बताया जाता है कि 34 लोगों के नाम सार्वजनिक नहीं किए गए हैं, ताकि वे स्टे न ले आएं। संचालक मंडल की बैठक में शिप्रा विहार के वाणिज्यिक ब्लाक के भूखंडों के विक्रय की स्वीकृति प्रदान की गई। वहीं नाना खेड़ा पेट्रोलपंप के समीप निर्मित किए जाने वाले शापिंग का पलेक्स के विकास की स्वीकृति भी प्रदान की गई है।
पिछले दिनों गलत लोगों को नोटिस देने के मामले आए थे सामने
इस योजना में शामिल लोगों के आवंटन रद्द करने के लिए प्राधिकरण के अफसरों ने योजनाबद्ध तरीके से एक खबर का प्रकाशन कराया गया था। इस खबर में कई ऐसे लोगों के नाम सामने आए थे जिन्हें लीज भर रखी थी, परन्तु प्राधिकरण के रिकॉर्ड में उसे नहीं चढ़ाया गया था। उनके नामों का प्रकाशन होने पर जब लोगों ने आपत्ति दर्ज कराई थी तब अफसरों के हाथ के तोते उड़ गए थे।
टीडीएस-3 और टीडीएस-4 में बड़े खेल मैदान और पार्क बनाएं
संचालक मंडल की बैठक में कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने सुझाव दिया कि दोनों ही योजनाओं में बड़े, बड़े खेल मैदान और पार्क बनाए जाने चाहिए। ताकि बच्चे इसका इस्तेमाल कर सकें। अभी तक बीच-बीच में छोटे -छोटे मैदान बनाए जाते थे। इसलिए अब योजना में बड़े-बड़े खेल मैदान और पार्क बनाए जाने की योजना बनाई जाएगी। उक्त जानकारी देते हुए सोनी ने बताया कि बड़े पार्क बनाने से पर्यावरण के लिए और बारिश के पानी को जमीन में रेन वाटर हार्वेटिंग के माध्यम से ले जाया जाएगा, इससे इलाके का भूमिगत जल स्तर बढ़ पाएगा।
कर्मचारी के मामले में चुप्पी साधी
यूडीए ने अपने यहां के कर्मचारी निर्भय सिंह की सेवा समाप्ति की जानकारी तो प्रेसनोट के माध्यम से दे दी। परन्तु उसका क्या मामला था और क्यों यह फैसला लिया गया है। इसकी जानकारी छुपा ली। ताकि कर्मचारियों में आक्रोश न हो। वहीं कर्मचारियों को महंगाई भत्ता प्रदान करने की सहमति प्रदान की गई है।