सरदारपुर, अग्निपथ। क्षेत्र के ग्राम दसई को तहसील मुख्यालय बनाए जाने की मांग को लेकर शहीद चंद्रशेखर आजाद विकास समिति के नारी शक्ति संगठन द्वारा शनिवार से अनिश्चितकालीन क्रमिक भूख हड़ताल शुरू की गई। वर्षों से की जा रही मांग अब तक पूरी न होने पर संगठन की महिला सदस्यों ने एक बार फिर आंदोलन की राह पकड़ी है।
शनिवार को पहले दिन सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक ग्राम दसाई में मांगोद-कानवन रोड स्थित सरकारी अस्पताल के सामने महिलाएं भूख हड़ताल पर बैठीं। इस दौरान सुमन पति विश्राम, ललिता पति शिवनारायण, रेखा पति राजेन्द्र राजपूत, गायत्री पति संतोष चौधरी, अनुराधा पति बाबूलाल विश्वकर्मा, ज्योति पति आशीष पाटीदार, सहित अनेक महिला मौजूद रही। संगठन पदाधिकारियों के मुताबिक जब तक मांग पूरी नहीं की जाती है तब तक क्रमिक तौर पर क्षेत्र की महिलाएं रोज 6 घंटे धरने पर बैठेंगी।
गौरतलब है कि लंबे समय से दसई को तहसील का दर्जा दिए जाने की मांग की जा रही है। क्षेत्र की जनता ने पूर्व में भी मुख्यमंत्री, मंत्रियों व सांसद, विधायक एवं शासन- प्रशासन को कई बार आवेदन व ज्ञापन देने के साथ ही धरना, प्रदर्शन, हड़ताल, दसई नगर व क्षेत्र सम्पूर्ण बंद कर व जल सत्याग्रह के माध्यम से दसई को तहसील बनाने की मांग रखी गई।
आज दिनांक तक शासन- प्रशासन या राजनीतिक स्तर पर इस मांग को पूर्ण नही की गई। इसलिए दसाई को तहसील बनाने के लिये कृमिक भुख हड़ताल की जा रही है अनिश्चितकालीन कृमिक भूख हडताल 7 अक्टूबर से ग्राम दसाई में मांगोद कानवन रोड स्थित सरकारी अस्पताल के सामने की जा रही है।
धार जिला मुख्यालय से 40 किमी दूर बसा दसाई सरदारपुर तहसील का सबसे बड़ा गांव है। यहां पर टप्पा तहसील है। मगर अब पूर्ण तहसील बनाने की मांग लगातार जोर पकड़ती जा रही है। आसपास की पंचायतें भी इस मांग को आवाज दे रही हैं। वर्तमान में दसाई के आसपास लगभग 50 से अधिक गांव आते है। साथ ही अधिकांश गांव शिक्षा और स्वास्थ्य के लिए दसाई पर निर्भर हैं। व्यापार के क्षेत्र में भी दसाई काफी आगे होने से सोमवार को साप्ताहिक हाट बाजार में काफी भीड़ रहती है। दसाई को तहसील बनाया जाता है तो कई गांवों को इसका लाभ मिलेगा।