2 आरोपियों से तीन वारदातों का खुलासा, 2 की तलाश
उज्जैन, अग्निपथ। इंगोरिया में लगातार हो रही चोरियों को अंजाम देने वाले 2 बदमाशों को पुलिस ने जोबट से गिरफ्तार किया है। बदमाशों के 2 साथी फरार है, जिनकी तलाश की जा रही है। अब तक की पूछताछ में तीन वारदतों का खुलासा हुआ है। शनिवार को बदमाशों को न्यायालय में पेश किया गया है।
बडऩगर एसडीओपी महेन्द्रसिंह परमार ने बताया कि इंगोरिया थाना क्षेत्र में पिछले कुछ महिनों से लगातार चोरी की वारदात होना सामने आ रहा था। बदमाशों का सुराग तलाशने के लिये एक टीम बनाई गई थी और क्षेत्रों में लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाला जा रहा था। 2 दिन पहले मुखबीर से सूचना मिली कि चोरी में अलीराजपुर के जोबट में रहने वाले बदमाशों का हाथ है।
बदमाशों की गिर तारी के लिये टीम को रवाना किया गया। जोबट थाना क्षेत्र के ग्राम कोटडी चौकीदार फालिया से वेस्ता पिता रणसिंह (21) और मोहन पिता भूरू भीलाला (20) को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई, दोनों ने ग्राम रणवा में पंचायत भवन से क प्यूटर और ग्राम खरसौदखुर्द के दो अलग-अलग स्थानों से तीन बाइक चोरी करना कबूल कर लिया।
दोनों ने वारदात में अपने दो साथी मुलेश डाबर और श्रवण पिता रमेश के शामिल होने की बात कहीं। दोनों की तलाश करने पर फरार होना सामने आये। हिरासत में आये दोनों आरोपियों की निशानदेही पर 2 कम्प्यूटर सिस्टम, तीन बाइक और एक बुलेरो गाड़ी जब्त की गई है। जिसकी कीमत 9 लाख 50 हजार रूपये होना सामने आई है।
बदमाशों ने बताया कि श्रवण इंगोरिया का रहने वाला है। वह मजदूरी के लिये कुछ साल पहले इंगोरिया आये थे, श्रवण से पहचान होने पर वह भी जोबट आने लगा। इस दौरान चोरी की योजना बनाई और वारदात करने लगे। इंगोरिया में पहली चोरी करने के लिये पंचायत भवन तक बुलेरो से आये थे।
एक रात में हुई थी तीन बाइक चोरी
इंगोरिया टीआई चंद्रिकासिंह यादव ने बताया कि बदमाशों से तीन वारदातों का खुलासा हुआ है। पहली चोरी 15 सितंबर को पंचायत भवन में हुई थी। बदमाशों ने दूसरी और तीसरी वारदात को 29 सितंबर की रात ग्राम खरसौदखुर्द में 2 अलग-अलग स्थानों से तीन बाइक चोरी की थी। बदमाश जोबट से रात में आते थे और सुबह होने से पहले भाग निकलते थे। पूर्व में मजदूरी के लिये आ चुके थे, जिसके चलते उन्हे ग्रामीण क्षेत्रों की जानकारी हो गई थी।
बदमाशों के दोनों फरार साथियों के गिरफ्त में आने पर कुछ ओर वारदातों का खुलासा हो सकता है। तीनों वारदातों का खुलासा करने में एएसआई दिनेश निनामा, प्रधान आरक्षक शहजाद खां, संग्रामसिंह और सैनिक राकेश परिहार की भूमिका रही।