डाक विभाग के माध्यम से ऑनलाइन उपलब्ध कराने का निर्णय
उज्जैन, अग्निपथ। श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबन्ध समिति ने अपनी कमाई और बढ़ाने के लिए अब प्रसाद के साथ-साथ श्री महाकालेश्वर भगवान की भस्म, बिल्वपत्र, रक्षासूत्र आदि के पैकेट तैयार कर डाक विभाग के माध्यम से ऑनलाइन उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है।
श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति की बैठक श्री महाकाल महालोक कंट्रोल रूम में कलेक्टर एवं श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति अध्यक्ष कुमार पुरूषोत्तम की अध्यक्षता में शनिवार दोपहर 12 बजे आयोजित की गयी थी। मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक एवं अपर कलेक्टर सन्दीप कुमार सोनी की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि बैठक में कई निर्णय लिये गये हैं।
श्री महाकालेश्वर मंदिर में प्रतिवर्ष श्राद्ध पक्ष में उमासांझी महोत्सव मनाया जाता है व उमाजी की परंपरागत सवारी भी निकाली जाती है। श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति, उज्जैन के तत्वावधान में आयोजित होने वाले उमा-सांझी महोत्सव 2023 में प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी 10 से 14 अक्टूबर तक (अश्विन कृष्ण एकादशी से अमावस्या) को आयोजित किया जा रहा है। 16 अक्टूबर को सायं 4 बजे श्री उमा माता जी की सवारी निकली जायेगी। महोत्सव के दौरान मंदिर परिसर में विभिन्न प्रतियोगिताए, सांस्कृतिक कार्यक्रम, पुजारी-पुरोहितों द्वारा संझा की रंगोली व झाकियाँ सजायीं आदि जायेगी।
बैठक में एसपी सचिन शर्मा, महानिर्वाणी अखाड़ा महंत श्री विनीत गिरी जी, पुजारी प्रदीप गुरु, श्री राजेन्द्र शर्मा (गुरू), श्री राम शर्मा अशासकीय सदस्य श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति, नगर निगम आयुक्त रोशन कुमार सिंह, एडीएम अनुकूल जैन, स्मार्ट सिटी सीईओ आशीष पाठक, श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति प्रशासक संदीप सोनी प्रशासक, शासकीय संस्कृत महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. सीमा शर्मा, सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल, प्रतीक द्विवेदी, आर.के.तिवारी आदि उपस्थित थे।
दोपहर 12 बजे बैठक, रात 11 बजे समाचार जारी
शनिवार को मंदिर प्रबंध समिति की बैठक दोपहर 12 बजे आयोजित हुई थी और करीब 1 बजे समाप्त भी हो गई थी। लेकिन बैठक का समाचार मंदिर समिति की ओर से रात 11 बजे के बाद जारी किया गया। दिनभर मीडियाकर्मी बैठक की अधिकृत जानकारी के लिए परेशान होते रहे। समाचार 11 घंटे बाद क्यों जारी किया गया, इसके पीछे कई सवाल खड़े हो रहे हैं।
मंदिर समिति ने पिछले एक-दो वर्षों में इन साधनों से बढ़ाई आय
- शीघ्रदर्शन का शुल्क 250 रुपए प्रति व्यक्ति।
- गर्भगृृह प्रवेश शुल्क 750 रुपए प्रति व्यक्ति। (सावन से प्रवेश बंद है)
- लड्डू प्रसादी की कीमत बढ़ाकर 400 प्रति किलो की। अब 500 ग्राम-एक किलो (200 व 400 रुपए) के पैकेट बंद कर दिये। सिर्फ 100 और 200 ग्राम (50 व 100 रुपए कीमत) के पैकेट उपलब्ध हैं जिनके जरिए लड्डूू प्रसाद 500 रुपए किलो बिकता है।
- भस्मारती ऑनलाइन शुल्क 200 रुपए प्रति व्यक्ति।
- भस्मारती व अन्य दर्शन लाइव कराने के लिए मंदिर में निजी कंपनी को ठेका। जो 150 रुपए शुल्क लेकर भस्मारती दर्शन करवाते हैं।
- और अब नया निर्णय लिया गया है जिसके तहत प्रसाद, भस्मी, रक्षा सूत्र, बिल्बपत्र लोगों को घर बैठे ऑनलाइन उपलब्ध करवाया जायेगा।
महाकाल मंदिर समिति की बैैठक में लिये गये प्रमुख निर्णय
- विद्युत व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए श्री महाकालेश्वर मंदिर परिसर में स्थित ओपन केबल को भूमिगत करने करने का निर्णय लिया गया 7 यह कार्य उज्जैन विकास प्राधिकरण के माध्यम से कराया जायेगा।
- श्री महाकालेश्वर परिक्षेत्र के अन्तर्गत नव-निर्मित महाराजवाड़ा वाले स्थल को श्री महाकालेश्वर मंदिर परिसर में सम्मिलित किये जाने पर सहमति व्यक्त की गई।
- इम्पीरियल होटल के सम्मुख बनने वाले श्री महाकालेश्वर मंदिर भक्त निवास परिसर में एक प्रशासनिक भवन का निर्माण किया जाएगा।
- श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबन्ध समिति द्वारा प्रसाद के साथ-साथ श्री महाकालेश्वर भगवान की भस्म, बिल्वपत्र, रक्षासूत्र आदि का पैकेट तैयार किया जाकर डाक विभाग के माध्यम से ऑनलाइन उपलब्ध कराने का निर्णय लिया गया।