उज्जैन, अग्निपथ। श्री महाकालेश्वर मंदिर में रविवार सुबह एक अधिकारी को रोकने पर हंगामा मच गया। सूत्रों के मुताबिक नगर निगम के एक वरिष्ठ अधिकारी रविवार सुबह करीब 11 बजे महाकाल मंदिर पहुंचे थे। मंदिर में काला गेट (जल अर्पण द्वार) के पास निजी सुरक्षा कंपनी के जवान ने उन्हें रोक दिया और प्रोटोकाल पर्ची दिखाने का कहा।
चूंकि अधिकारी वरिष्ठ थे इस कारण सुरक्षा कर्मी द्वारा रोके जाने पर नाराज हो गये। उनका कहना था मुझे पहचानते नहीं हो। उन्होंने वहीं से कलेक्टर कार्यालय, मंदिर के प्रशासनिक कार्यालय पर फोन लगा दिये और सुरक्षा कंपनी के वरिष्ठों को भी बुला लिया। करीब एक घंटे तक पूरा घटनाक्रम चला, उसके बाद सुरक्षाकर्मी को वहां से हटा दिया गया। कई पंडे-पुजारियों के हस्तक्षेप के बाद घटना का पटाक्षेप हुआ।
मंदिर में दिनभर चर्चा रही कि अकारण रोके जाने पर अधिकारी को जब इतना बुरा लगा तो उन लोगों का क्या हाल होता होगा जो दिनभर ही मंदिर परिसर में कई जगह धक्का खाकर बेइज्जत होते रहते हैं और खून का घूंट पीकर लौट जाते हैं।
शोरूम पर फायनेंस करने वाले युवक ने किया सुसाइड
इंदौर, अग्निपथ। इंदौर के द्वारकापुरी इलाके में रहने वाले एक युवक ने शनिवार रात फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। रात में छोटा भाई और मां जब घर पहुंचे तो वह फंदे पर लटका मिला। उसे रात में एमवाय अस्पताल ले जाया गया। मामले में पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिये मर्चुरी में रखवाया है।
पुलिस के मुताबिक दीपक (24) पुत्र रामसिंह यादव निवासी ऋषि पैलेस कॉलोनी ने अपने घर में फांसी लगाकर जान दे दी। भाई अजय से रात में एमवाय अस्पताल लेकर पहुंचा। अजय के मुताबिक बड़ा भाई दीपक कालानी नगर में एक शोरूम पर निजी कंपनी की तरफ से फायनेंस का काम करता था। परिवार में माता पिता ओर वह अजय भी काम पर जाता है। शनिवार को दीपक जॉब पर नहीं गया। देर शाम को अजय घर आया और फिर अपनी मां को लेने गया तो इसी बीच दीपक ने फांसी लगा ली।