रैली निकाल नगर भाजपा अध्यक्ष को ज्ञापन सौंपा
बडऩगर, अग्निपथ। भारतीय जनता पार्टी द्वारा विधानसभा चुनाव के दृष्टिगत उम्मीदवारों की तीन सूचियां जारी कर दी हैं। जिसमें से कई स्थानों पर घोषित प्रत्याशियों का पुरजोर विरोध किया जा रहा है। ऐसे में बडऩगर में भी भाजपा प्रत्याशी का विरोध प्रदर्शन सामने आया। हालांकि यह विरोध बडऩगर विधानसभा क्षेत्र 218 के प्रत्याशी की बजाय बडऩगर के नजदीक देपालपुर विधानसभा क्षेत्र के प्रत्याशी का था।
भाजपा ने पूर्व विधायक मनोज पटेल को देपालपुर से प्रत्याशी घोषित किया है। जिसका पुरजोर विरोध जबरेश्वर सेना और अन्य हिंदू संगठन द्वारा किया जा रहा है। विरोध करने वाले संगठनों का कहना है पार्टी राजेंद्र चौधरी को प्रत्याशी घोषित करे। नहीं तो इसका खामियाजा भाजपा को पूरे मध्य प्रदेश में उठाना पड़ेगा।
जबरेश्वर सेना व अन्य हिंदू संगठन भारतीय जनता पार्टी का विरोध करेगा। जबरेश्वर सेना द्वारा बुद्धेश्वर महादेव मंदिर परिसर बडऩगर से एक रेली निकाली। जिसमें सैकड़ो की संख्या में शामिल लोगो ने हिंदूवीर को टिकट नहीं तो भाजपा को वोट नहीं, मनोज हटाओ भाजपा बचाओ आदि के नारे रैली के दौरान लगाऐ। नगर के प्रमुख मार्ग से होती यह रैली गांधी चौक पहुंची। जहां पर भारतीय जनता पार्टी नगर मंडल अध्यक्ष श्याम शर्मा को एक ज्ञापन सौंपा और देपालपुर विधानसभा में टिकट बदलने की मांग की गई।
और चर्चा जो चल पड़ी – बडऩगर में भी होगा प्रत्याशी विरोध
विधान सभा चुनाव 2023 में टिकट लाओ मिशन भाजपा व कांग्रेस दावेदारो में चल रहा है। जिसमें लगभग सभी दावेदारों ने अपने सामथ्र्य अनुसार पूरी ताकत झोंक दी है। जिसमें से कुछ दावेदारों ने टिकट पाने के हथकंडे का सहारा लिया है जिनके हथ कण्डे अभी भी जारी है। क्योंकि अभी भाजपा व कांग्रेस दोनो ही प्रमुख दलो के उम्मीदवारो की घोषणाऐ नही हो पाई है। हालांकि कांग्रेस ने तो प्रदेश में कहीं भी अपने उम्मीदवार की घोषणा नही की है। जबकी भाजपा ने तीन सूची जारी की है जिसमें उज्जैन जिले में घट्टिया, तराना, नागदा-खाचरौद विधानसभा क्षेत्र के लिए उम्मीदवार घोषित कर दिये हैं।
ऐसे में बडऩगर में भी दोनो ही दलो के उम्मीदवार की घोषणा का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है। वहीं दोनों दलों के राजनीतिक गलियारे में दावेदारों और समर्थको के बीच चर्चाओं में विरोध किये जाने की खिचड़ी पकने की खबरें सुनाई दे रही है। जिसमें खेलेंगे नही तो खेल बिगाड़ेगे की तर्ज पर अपने को टिकट नहीं मिली या फलां को टिकट मिल गई तो विरोध करेंगे और नही हुई मन की तो आखिर में निर्दलीय भी मैदान में उतारेंगे। यह चर्चा देपालपुर भाजपा प्रत्याशी के नगर में विरोध के बाद और चल पड़ी है।
बहरहाल यह चचाएं सच्चाई में बदलेगी या नहीं यह तो समय आने पर पता चल पाएगा। किन्तु इस बार चहुंओर ओर चुनावी आचार संहिता व दोनों प्रमुख दलो के उम्मीदवार की घोषणाओं का बड़ी बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है।